उत्तर प्रदेश:- होमगार्डों के लिए खुशखबरी है। गंभीर बीमारी होने या फिर दुर्घटना में घायल होने पर इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा। एक लाख रुपए की तत्काल आर्थिक सहायता मिल सकेगी। इसके लिए हर माह वेतन से दस रुपये कटवाने होंगे।
होमगार्ड मुख्यालय, लखनऊ से सूबे के सभी जिला कमांडेंट को आदेश दिया गया है कि जीवन रक्षा निधि सहायता कोष गठित किया जाए। इसमें हर माह होमगार्ड स्वयंसेवकों की सहमति से दस रुपये मासिक जमा होंगे। गंभीर बीमारी या फिर दुर्घटना की स्थिति में कोष से तत्काल एक लाख रुपये की सहायता दी जाएगी। अगर कोई वेतन से कोष के लिए कटौती नहीं कराना चाहता है, उस पर दबाव नहीं बनाया जाएगा। ऐसे होमगार्ड स्वयंसेवक या फिर कर्मचारी आर्थिक सहायता के लिए हकदार भी नहीं होंगे।
समिति करेगी अनुमोदन
जीवन रक्षा सहायता कोष के लिए हर जिला मुख्यालय में पांच सदस्यीय समिति बनेगी। इसमें जिला कमांडेंट, कंपनी कमांडर के अलावा सर्वसम्मति से तीन होमगार्ड सदस्य होंगे। इस समिति के अनुमोदन के बाद कोष से आवेदक होमगार्ड को नकद एक लाख रुपये दिए जाएंगे।
स्थायी कर्मचारियों को मिलेगा लोन
जिला मुख्यालय पर होमगार्ड कमांडेंट में कार्यरत स्थायी कर्मचारी भी जीवन रक्षा निधि सहायता कोष में वेतन से दस रुपये कटवा सकते हैं। उन्हें गंभीर बीमारी या दुर्घटना होने पर एक लाख की सहायता राशि तो लोन के रूप में मिलेगी। यह राशि उन्हें अपने वेतन से चुकानी पड़ेगी।
पांच लाख का सामाजिक सुरक्षा बीमा
मुख्यालय से हर होमगार्ड और कर्मचारियों का सामाजिक सुरक्षा बीमा होता है। इसमें ड्यूटी के दौरान मृत्यु होने या फिर दो अंग अथवा दोनों आंखें चली जाने पर पांच लाख रुपये की राशि इंश्योरेंस कंपनी की ओर से दी जाती है। वहीं, एक अंग की अपंगता पर ढाई लाख रुपये बीमा कंपनी की ओर से मुहैया कराए जाते हैं।
तत्काल सहायता देने का है अादेश
कानपुर नगर के जिला कमांडेंट चंद्र मोहन मिश्र ने बताया कि मुख्यालय से जिलास्तर पर जीवन रक्षा निधि कोष बनाए जाने का प्रस्ताव आया है। यह अभी विचाराधीन है। इसमें होमगार्डों की सहमति पर ही वेतन से 10 रुपये की कटौती की जाएगी। गंभीर बीमारी या फिर दुर्घटना का शिकार होने पर तत्काल एक लाख रुपये की सहायता देने का प्रावधान है
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