कानपुर:- डीजीपी ओपी सिंह सोमवार देर रात अचानक कानपुर पहुंच गए। पंद्रह मिनट पहले डीजीपी के पहुंचने की सूचना से अफसरों में हड़कंप मच गया। पुलिस लाइन में अफसरों के साथ हुई बैठक में उनका फोकस शहर के अपराध के साथ-साथ ट्रैफिक व्यवस्था पर भी रहा।
डीजीपी ओपी सिंह ने बैठक में कहा कि संगठित अपराध के खिलाफ बड़ा अभियान चलाएं। अपराध और अपराधियों की कमर की कमर तोड़ें। पेशेवर अपराधियों को किसी सूरत में न बक्शा जाए। इनामी बदमाश यदि पताल में भी छिपे हों तो खोज निकालें। उन्होंने हाल ही में हुए अपराधों के बारे में भी चर्चा की।
इतने साक्ष्य जुटाएं कि अपराधी छूट ही न पाएं
डीजीपी ने कहा कि अपराधियों की गिरफ्तारी के साथ उनके खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य जुटाए जाएं। विवेचना इतनी मजबूत की जाए कि अपराधी छूटने न पाए। जमानत पर छूटने वाले बदमाशों की लगातार निगरानी की जाए। यह लगातार पता लगाया जाना चाहिए कि शातिर बदमाश जमानत पर छूटने के बाद क्या कर रहा है। यदि अपराध में लिप्त हो तो गैंगस्टर, गुंडा एक्ट के तहत कार्रवाई करें। भूमाफिया, पेशेवर अपराधियों के खिलाफ रासुका तामील कराएं। कार्रवाई से पहले पुलिस इतने साक्ष्य जुटा लें कि अपराधी जेल से छूटने न पाए।
ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों पर कार्रवाई करें
डीजीपी ने शहर के ट्रैफिक व्यवस्था की भी जानकारी ली। अफसरों से पूछा कि रोज लगने वाले स्थानों पर ट्रैफिक जवान तैनात किए जाने चाहिए। ट्रैफिक सिग्नल सिस्टम अपडेट रहने चाहिए। ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाए। बैठक में एडीजी अविनाश चंद्र, आईजी आलोक सिंह, एसएसपी अखिलेश मीणा के अलावा सभी अाईपीएस अौर पीपीएस अफसर मौजूद रहे।
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