21/03/2018
----------------------
रोडवेज़ अधिकारियों व साईं श्रध्दा कार्गो प्राइवेट लिमिटेड की मिलीभगत से परिवहन निगम को रोजाना लग रहा लाखों का चूना
माल भाड़े में किये जा रहा लाखों के वारे न्यारे
झकरकटी बस स्टैंड में साईं श्रध्दा कार्गो प्राइवेट लिमिटेड का स्कैनर व तराजू दोनों है क्यों खराब
कानपुर:-कहा जाता है के
राम नाम की लूट है लूट सके तो लूट
----------------------
रोडवेज़ अधिकारियों व साईं श्रध्दा कार्गो प्राइवेट लिमिटेड की मिलीभगत से परिवहन निगम को रोजाना लग रहा लाखों का चूना
माल भाड़े में किये जा रहा लाखों के वारे न्यारे
झकरकटी बस स्टैंड में साईं श्रध्दा कार्गो प्राइवेट लिमिटेड का स्कैनर व तराजू दोनों है क्यों खराब
कानपुर:-कहा जाता है के
राम नाम की लूट है लूट सके तो लूट
हम बात कर रहे है कानपुर झकरकटी बस स्टैंड के माल बुकिंग विभाग की जहां कानपुर से विभिन्न प्रकार का माल आसपास के कई जिलों में पार्शल द्वारा भेजा जाता जिसका जिम्मा दिया गया है साईं श्रध्दा प्राइवेट लिमिटेड को। वैसे तो कोई भी माल बुक करने की कई प्रक्रियाये है-जैसे सबसे पहले माल को स्कैनर मशीन में जांचा जाता है फिर माल का भार चेक किया जाता तत्पश्चात कागजी कार्यवाही कर माल को बुक किया जाता है। पर माल बुक करने के समय न ही स्कैनर मशीन का इस्तेमाल किया जा रहा है और न ही वहां रखा इलेक्ट्रिक तराजू ही ठीक है। बगैर पर्चे के बस कंडक्टर और ड्राइवर माल को बगैर जांचे परखे बसों में चढ़ा लेते है।माल लादने की एवज में कंडक्टर और ड्राइवर मोटी धनराशि वसूलते है जिससे रोडवेज़ को रोजाना करोड़ों के राजस्व का नुकसान हो रहा है। जब हमारे संवादाता ने साईं श्रध्दा कार्गो के ठेकेदार से स्कैनर मशीन के खराब होने के बारे में जानकारी ली तो ठेकेदार रमेश गुप्ता ने कहा मैं अभी 4दिन पहले ही आया हूँ ये मशीन और तराजू तो काफी दिनों से खराब है। ठेकेदार से जब यह पूछा गया की माल बुक करने के समय कार्टून में क्या पहचान होती है तो उसने बताया की जब भी कोई माल बुक किया जाता है तो उस कार्टून में कार्गो की एक स्लिप चस्पा की जाती है। लेकिन जब हमारे संवाददाता ने इसकी पड़ताल की तो ज्यादातर कार्टून ऐसे थे जिनपर ऐसी कोई पर्ची नहीं चिपकी थी यानी बहुत बड़ी मात्रा में माल बगैर बुक किये ही बस कंडक्टर और ड्राइवर लादते है। ऐसी ही एक बस जिसका नम्बर up 63 T 9688जो मिर्जापुर डिपो की थी उस पर माल लादा जा रहा था जब हमने उस बस के कंडक्टर रमेश चन्द्र यादव से आम आदमी बनकर ये पूछा की ये माल बगैर पर्ची के कैसे लाद रहे हो तो उसने जवाब में कहा यहां ऐसे ही होता है। इसी तरह का एक वाक्या कुछ दिनों पहले हुआ जब हमारे संवादाता ने माल से भरी एक सुल्तानपुर डिपो की बस की शिकायत R M नीरज सक्सेना से की थी उस बस का नम्बर up 42AT 5767था तब RM नीरज सक्सेना ने उस बस के कंडक्टर और ड्राइवर पर कार्यवाही करने की बात कहीं थी। उसके बाद भी बस स्टैंडों में अवैध लोडिंग अनलोडिंग बदस्तूर जारी है। सूबे की सरकार के परिवहन मंत्री चाहे जितने भी वादे करें पर परिवहन निगम के अधिकारी कर्मचारी है के सुधरने का नाम ही नहीं ले रहे है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें