हनुमान जी के सिंदूर का प्रयोग कर गुस्से और जिद पर काबू पायें
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हनुमान चालीसा एक चमत्कारी रामबाण उपाय
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1.कभी – कभी बच्चे अपनी छोटी – छोटी बातों को मनवाने के लिए जिद्द करने लग जाते हैं. जिससे जिद्द करना उनकी आदत बन जाती हैं. अपने बच्चे की जिद्द करने की प्रवृति को कम करवाने के लिए आप पहले तो बच्चों को आराम से प्यार से समझाएं. अगर वो इसके बाद भी न माने तो नीचे अगला प्रयोग आजमायें।
गुस्से और जिद्द पर काबू कैसे पायें
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2.शास्त्रों के अनुसार यदि कोई बच्चा बहुत ज्यादा जिद्दी हो, छोटी – छोटी बातों पर गुस्सा हो जाता हो, माता – पिता की बात बिल्कुल न सुनता हो, जिद्द के कारण ही जमीन पर लेट जाता हो, चिडचिडापन उसके व्यवहार की मुख्य प्रवृति बन गई हो. तो इसके लिए किसी प्रतिष्ठित हनुमान जी के मंदिर में शनिवार और मंगलवार को जाएँ और उनके बायें पैर का सिंदूर लेकर उसके माथे पर लागायें. हर मंगलवार और शनिवार के दिन इस प्रयोग को करने से आपका बच्चा जिद्द करना और गुस्सा करना बिल्कुल छोड़ देगा.
हनुमान जी के सिंदूर का महत्व
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हनुमान जी के दोनों पैरों पर लगा सिंदूर बहुत ही प्रभावशाली होता हैं. ऐसा माना जाता हैं कि इस सिंदूर का तिलक जब कोई भी व्यक्ति अपने मस्तिष्क पर लगता हैं. तो हनुमान जी उस व्यक्ति को सद्बुद्धि प्रदान करते हैं. इसीलिए हनुमान जी को बल और बुद्धि का दाता भी माना जाता हैं तथा इसीलिए जो व्यक्ति या बच्चे ज्यादा जिद्दी या गुस्सैल होते हैं. उनके लिए यह सिंदूर बहुत ही उपयोगी सिद्ध होता हैं. हनुमान जी के सिंदूर को लगाने के बाद व्यक्ति का गुस्सा जैसे – एक दम से ही गायब हो जाता हैं और जिद्द धीरे – धीरे ख़त्म हो जाती हैं. हनुमान जी के सिंदूर को लगाने से व्यक्ति को इन दोनों ही चीजों से मुक्ति तो मिलती ही हैं. इसके साथ ही उन्हें पुण्य लाभ भी प्राप्त होता।
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हर माता – पिता की यही प्रयास करते हैं कि वो अपने बच्चों को अच्छी परवरिश तथा अच्छा जीवन दें. जिसके लिए वो अपने बच्चों की हर इच्छा को पूर्ण कर देते हैं. लेकिन कभी – कभी बच्चों के द्वारा कुछ ऐसी वस्तुओं की मांग की जाती हैं. जिनको पूरा कर पाना उनके माता – पिता के लिए असंभव हो जाता हैं. ऐसी स्थिति में कुछ बच्चे अपने माता – पिता से गुस्सा हो जाते हैं और अपनी मांग की पूर्ति हेतु जिद्द करते हैं. अगर इसके बाद लगातार बच्चों की बातों को माता – पिता नजरअंदाज करने लगते हैं तो गुस्सा और जिद्द उनके व्यवहार में निहित हो जाता हैं. जिसके बुरे परिणाम का भी कई बार बच्चों के साथ – साथ उनके माता – पिता को सामना करना पड़ता हैं. यदि आपका बच्चा भी जिद्दी हैं और उसे जल्द ही गुस्सा आ जाता हैं. तो नीचे दिए गये उपायों का प्रयोग जरूर करें.
हनुमान चालीसा एक चमत्कारी रामबाण उपाय
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1.कभी – कभी बच्चे अपनी छोटी – छोटी बातों को मनवाने के लिए जिद्द करने लग जाते हैं. जिससे जिद्द करना उनकी आदत बन जाती हैं. अपने बच्चे की जिद्द करने की प्रवृति को कम करवाने के लिए आप पहले तो बच्चों को आराम से प्यार से समझाएं. अगर वो इसके बाद भी न माने तो नीचे अगला प्रयोग आजमायें।
गुस्से और जिद्द पर काबू कैसे पायें
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2.शास्त्रों के अनुसार यदि कोई बच्चा बहुत ज्यादा जिद्दी हो, छोटी – छोटी बातों पर गुस्सा हो जाता हो, माता – पिता की बात बिल्कुल न सुनता हो, जिद्द के कारण ही जमीन पर लेट जाता हो, चिडचिडापन उसके व्यवहार की मुख्य प्रवृति बन गई हो. तो इसके लिए किसी प्रतिष्ठित हनुमान जी के मंदिर में शनिवार और मंगलवार को जाएँ और उनके बायें पैर का सिंदूर लेकर उसके माथे पर लागायें. हर मंगलवार और शनिवार के दिन इस प्रयोग को करने से आपका बच्चा जिद्द करना और गुस्सा करना बिल्कुल छोड़ देगा.
हनुमान जी के सिंदूर का महत्व
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हनुमान जी के दोनों पैरों पर लगा सिंदूर बहुत ही प्रभावशाली होता हैं. ऐसा माना जाता हैं कि इस सिंदूर का तिलक जब कोई भी व्यक्ति अपने मस्तिष्क पर लगता हैं. तो हनुमान जी उस व्यक्ति को सद्बुद्धि प्रदान करते हैं. इसीलिए हनुमान जी को बल और बुद्धि का दाता भी माना जाता हैं तथा इसीलिए जो व्यक्ति या बच्चे ज्यादा जिद्दी या गुस्सैल होते हैं. उनके लिए यह सिंदूर बहुत ही उपयोगी सिद्ध होता हैं. हनुमान जी के सिंदूर को लगाने के बाद व्यक्ति का गुस्सा जैसे – एक दम से ही गायब हो जाता हैं और जिद्द धीरे – धीरे ख़त्म हो जाती हैं. हनुमान जी के सिंदूर को लगाने से व्यक्ति को इन दोनों ही चीजों से मुक्ति तो मिलती ही हैं. इसके साथ ही उन्हें पुण्य लाभ भी प्राप्त होता।
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