रिपोर्ट:-अमित कश्यप शरद यादव के साथ मोहित पांडेय
झकरकटी बस स्टैंड में नहीं हो रहा कोई सुधार' यात्रियों के सफर में हो रहा बंटाधार
कानपुर:-एक कहावत सुनी होगी आपने "
सैइय्या भैय कोतवाल तो अब डर काहे का
इसी कहावत की तर्ज पर इन दिनों कानपुर झकरकटी बस स्टैंड का पूरा स्टाफ व चालक परिचालक चल रहे है। बात भी सही है जब बाबूपुरवा थाना और ट्रांसपोर्ट नगर चौकी की पूरी पुलिस टीम का पूरा साथ इन अधिकारियों को मिल रहा है तो ये बस में *अवैध माल तो क्या विस्फोटक भी चढ़वा देंगे*
झकरकटी बस स्टैंड में नहीं हो रहा कोई सुधार' यात्रियों के सफर में हो रहा बंटाधार
कानपुर:-एक कहावत सुनी होगी आपने "
सैइय्या भैय कोतवाल तो अब डर काहे का
इसी कहावत की तर्ज पर इन दिनों कानपुर झकरकटी बस स्टैंड का पूरा स्टाफ व चालक परिचालक चल रहे है। बात भी सही है जब बाबूपुरवा थाना और ट्रांसपोर्ट नगर चौकी की पूरी पुलिस टीम का पूरा साथ इन अधिकारियों को मिल रहा है तो ये बस में *अवैध माल तो क्या विस्फोटक भी चढ़वा देंगे*
फिर उस बस में यात्रियों की जान जाये या फिर बैठने के लिये यात्री परेशान हो।बसों में माल रखने के लिये तो जगह है पर इन्हें यात्रियों की सुविधाओं का कोई ख्याल नहीं ' और तो और जिन दिब्यांगो के लिये सरकार ने रोडवेज़ बसों में मुफ्त सुविधायें मुहैय्या करायी है उन सुविधाओं का भी पालन नहीं किया जा रहा। ताजा मामला कल का है एक अंधदिब्यांग बस में बैठा था परिचालक जी ने उससे टिकट बनवाने की बात कहीं जब दिब्यांग ने परिचालक से अपने दिब्यांग होने की बात कहीं तो परिचालक जी आगबबूला हो गये और कहने लगे ये सब नाटक मैं पिछले 25सालों से देख रहा हूँ। अब ऐसे परिचालक देश को क्या दिशा दिखा रहे है ये बताने की जरूरत नहीं अवैध माल ढोने के लिये तो बस में जगह बना देते है पर एक दिब्यांग के लिये इनके दिल में कोई जगह नहीं ।
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