आम जनमानस को खाने की रूप में परोस रहे है मीठा जहर ।।
ग़ाज़ियाबाद प्रशासन के नाक के नीचे तमाम ढाबा संचालक FSSAI की धज्जियां उड़ाते हुए आम जनता की ज़िन्दगी के साथ खिलवाड़ करते हुए दिखाई देते है जहाँ ढाबा संचालको को भारतीय खाद्य संरक्षा के नियम तो जैसे मालूम ही नही की क्या मानक है और मालूम भी कैसे हो जब जिला के विभागीय अधिकारी कार्यवाही के नाम अपनी जेब गर्म कर लेते । आप को अपनी खबर के माध्यम से हम बताना चाहते है आम तौर पर ढाबा संचालक अपने कार्य को जारी रखने के लिए FSSAI को फीस देकर पत्र प्राप्त कर लेते है लेकिन उसके क्या मानक है किस मानक का खाना आम आदमी को परोसना चाहिए ये शायद ढाबा संचालको को मालूम नही क्यों की कोई भी पेंच फसने का हल विभागीय अधिकारी के पास है इस कारणवश कोई भी कार्यवाही नही की जाती है तो क्या ऐसे ढाबा संचालक आम जनमानस की ज़िन्दगी के साथ ऐसे ही खेलते रखेंगे अब देखना होगा की इस खबर को देखने के बाद विभाग क्या कार्यवाही करेगा ।।
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