रिपोर्ट दिग्विजय सिंह
कानपुर के तीन सिपाहियों ने बचाई एक मजदूर की जान और अपनी ईमानदारी का परिचय देते हुए नोटों से भरा बैग उसके मालिक तक पहुंचाया
लोग कहते हैं पुलिस रिश्वत खाती है पुलिस काम नहीं करती पुलिस लोगों को प्रताड़ित करती है किस-किस की सुने पुलिस जिसकी नहीं सुनती वह बुरा भला बोलता है आज कानपुर के 3 सिपाहियों में अपनी ईमानदारी का परिचय देते हुए कानपुर की पुलिस का नाम रोशन किया अगर पुलिस ऐसे ही काम करती रही तो कोई भी हिंदुस्तानी नागरिक कभी भी पुलिस को गलत नहीं कहेगा आपको बताते हैं कितनी सूझबूझ और कितनी ईमानदारी से और अपने कार्य की जिम्मेदारियां निभाते हुए एक आदमी की जान बचाई और इमानदारी से अपना परिचय दिया और एक मजदूर के हाथ में उस के मालिक का पैसा उसके मालिक तक पहुंचाया
दिनांक 27/6/18 को समय 7:48 बजे कालर सर्वेश कुमार द्धारा दी गई दुर्घटना की सूचना पर पीआरवी-0422 के०आई०टी० कालेज के पास 5 मिनट मे पहुच गयी।डिवाइडर से टकराकर घायल पढे हुए व्यक्ति द्धारा बताया गया कि उनका रूपयो से भरा पैकेट गिर गया है पीआरबी-0422 के कर्मचारी गण द्धारा आस पास काफी खोज बीन की गई तो एक पैकेट स्टैपल बंद मिला।घायल व्यक्ति द्धारा बताया गया कि इसमे विजन कालेज महाराजपुर के 80,000 रूपये है।जिसके मालिक कनिष्क पाडेय को कनिष्क होटल मे देना है घायल को इलाज कराने के लिए पीआरबी-0422 के कर्मियो द्धारा अस्पताल भेजा गया तथा कनिष्क होटल जाकर मैनेजर से मालिक की वार्ता कराकर उक्त 80000 रूपये से भरा पैकेट कनिष्क होटल मैनेजर को सुपुर्द किया गया।
इस सराहनीय कार्य पर आज दिनांक 29/6/18 को कानपुर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने पीआरबी-0422 मे तैनात हे०का० 716 मो० मुस्तफा का० 716 केशवकांत व एचजी चालक भानु प्रताप को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया
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