Aug 11,2018 (पंकज गोंबिद )
भले ही लुधियाना को पंजाब की औद्योगिक नगरी के रूप में जाना जाता है और पंजाब सरकार को सबसे अधिक रेवेन्यू भी लुधियाना से ही मिलता है लेकिन यदि सुविधाओं की बात करें तो ऐसी एक भी सुविधा महानगर के उद्यमियों को नसीब नहीं है जोकि एक औद्योगिक क्षेत्र को मिलनी चाहिए। चाहे सडक़, सीवरेज, स्ट्रीट लाइट की बात हो या फिर कोई अन्य सुविधाएं, इनमें से कोई भी औद्योगिक इलाकों को नहीं मिल रही। यह बात वार्ड नंबर 29 के अंतर्गत सुआ रोड खरे कंडा के सामने वाली गली में उद्यमियों की एक बैठक में उभर कर सामने आई। इस संबंधी जानकारी देते हुए उद्यमियों बलजीत सिंह मठाडू, जसबीर बांसल व वरूण चोपड़ा ने बताया कि इस इलाके की कोई सुध लेने वाला नहीं है। यहां की गलियों तो कभी बनी ही नहीं और यहां बिन बरसात ही पानी का जमाव रहता है। जबकि बरसात में तो यह एरिया गंदे छप्पड़ का रूप धारण कर जाता है। बलजीत सिंह मठाडू ने बताया कि चुनाव के दिनों में यहां पर नेता-उममीदवार वोट व फंड लेने तो आ जाते है और तब सडक़ निर्माण व अन्य बड़े बड़े वादे करते है लेकिन जीतने के बाद यहां कोई सुध लेने नहीं आता है। जबकि करोड़ों रूपये का रेवेन्यू इस एरिया से सरकार को मिलता है। उन्होंने कहा कि जब भी कोई बाहर से हमारे एरिया में एक बार आता है तो पहले तो वह यहां के हालात देखकर हैरान-परेशान हो जाता है और उसके बाद कभी इस एरिया में नहीं आता है। जिसके कारण उद्यमियों को अपने ग्राहकों के साथ होटल इत्यादि में मीटिंग करनी पड़ती है और आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है। उद्यमियों ने कहा कि वह इस बारे में कई बार स्थानीय विधायकों व पार्षदों सहित सरकार के अलग अलग प्रतिनिधियों के साथ मांग उठा चुके है लेकिन आज तक इन एरिया में कोई निर्माण नहीं हुआ। उद्यमियों ने सरकार से मांग की कि जल्द से जल्द वार्ड नंबर 29 सुआ रोड से संबंधित गलियों व आस पास की सडक़ों का निर्माण करवाकर उद्यमियों को राहत दी जाए। इसके साथ ही 15 अगस्त को लुधियाना आ रहे सीएम कैप्टन अमरेंद्र सिंह उद्यमियों को औद्योगिक सुविधाओं का तोहफा दें।
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