बिष्णू चंसौलिया की रिपोर्ट:
खुर्द के शिक्षक दिखे कर्तव्य मे लीन तो कटकरी मे पूरी तरह उदासीन
अन्य जानकारियां देना तो दूर अपना नाम बताने मे भी लग रहा था भय
विद्यालय की किसी दीवार पर नही थी शिक्षा समिति और अध्यापको की जानकारी
कोच जालौन: शासन और प्रशासन की इतनी शक्ति के बावजूद कुछ शिक्षक सुधरने का नाम नही ले रहे है और जब जब स्वयं तहसील के मालिक कर्तव्य के प्रति सभी विभागो को सचेत कर रहे हो तब भी अपने दायित्वों के प्रति घोर उदासीनता बरती जा रही हो तो इसे क्या कहा जाय यद्यपि काफी कुछ सुधार होता नजर आ रहा है उपजिलाधिकारी गुलाब सिहं की सख्ती के चलते स्वयं शिक्षा विभाग के अधिकारी विद्यालयो का सख्ती के साथ निरीक्षण कर रहे है इसकी हकीकत जानने के लिये जब हमारी टीम पहुंची नदीगांव विकासखण्ड के ग्राम कैलिया खुर्द के मजरा खुर्द के प्राथमिक विद्यालय मे तो यहाँ साफ सफाई की गजब की व्यवस्था मिली प्रधानाध्यापक अरविंद पटेल दिरावटी उनके सहायक पियूष कुमार अकोढी भी अपने अध्यापन कार्य मे जुटे दिखे दोनो कक्षाओं मे श्यामपट कार्य अच्छी मात्रा मे दिया गया था इसी के आगे जब टीम पहुँची ग्राम कटकरी के प्राथमिक विद्यालय मे तो द्रश्य एकदम विपरीत मिला यहाँ बच्चे पढाई की जगह चन्दा प ऊआ कौडियो का खेल खेलने मे लगे दूसरा ग्रुप टूटी हुई चूडियो के टुकडे टुकडे कर उन्हे उचकाने मेलगा मीड डे मील की महिलाये आपस मे बैठकर गपशप करने मे मशगूल थी और स्वयं को प्रधानाध्यापक बताने वाले मानवेन्द्र सिंह अपने मोबाइल मे मशगूल थे एक अन्य महिला जो सहायिका थी या शिक्षा मित्र वो अपने व्यक्तिगत काम मे लगी थी जैसे ही मीडिया की टीम को देखा तो प्रधानाध्यापक ने फोन छोड रजिस्ट्रर पकड लिया और जब मीडिया की टीम ने जानकारी चाही छात्र छात्राओं के पंजीकृत संख्या की कुल स्टाफ की तो प्रधानाध्यापक कहते है मुझे समय नही है बताने का यहाँ तक कि वो अपना नाम और मोबाईल नंबर बताने से भी डरते नजर आये काफी कुछ समझाने के बाद भी वो कुछ बोलने से डरते रहे विद्यालय मे गन्दगी का जबरदस्त साम्राज्य खिड़कियो मे जगह जगह जाला दिन के समय मे जलते वल्ब बैठने की जगह मे पड़ी गन्दगी विद्यालय के शिक्षको की उदासीनता पूर्ण कार्यशैली का परिचय दे रही थी आखिर वो क्या कारण है कि इतनी सख्ती के बाद भी ये अपने आप मे सुधार नही ला रहे काश ईश्वर न करे काँच की चूडियो के टुकडे किसी के आख नाक मे छिटक कर लग जाय तो अधिकारी क्या करेगे और क्या करेगे अध्यापक फिर तो वही होगा।।अब पछताये होत का जब चिडिया चुग गयी खेत।।
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