*जस्टिस रंजन गोगोई ने आज देश के 46 वें मुख्य न्यायाधीश के पद की शपथ ली*
जस्टिस रंजन गोगोई कॊ एक सादे समारोह में राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शपथ ग्रहण करवायी।
कार्यकाल के पहले हीं दिन वे ऐक्शन की मुद्रा में दिखे,उन्होंने पहले हीं दिन चुनाव सुधार से जुड़ी याचिका को खारिज कर दिया और वकील को कड़ी फटकार लगाई।
तेजी का आलम ये है कि उन्होंने पहले हीं दिन सुप्रीमकोर्ट का रोस्टर जारी कर दिया।नए रोस्टर के अनुसार मुख्य न्यायाधीश जनहित याचिका, चुनाव संबंधी याचिका, कोर्ट की अवमानना, सामाजिक न्याय, आपराधिक मामले और संवैधानिक पदों पर नियुक्ति की याचिकाओं को सुनेंगे।
वरिष्ठता क्रम में दूसरे स्थान पर मदन बी लोकुर को पीआईएल, वन संरक्षण,भूमि, जल,पेड़,पैरामिलेट्री फोर्स, सेना, खनन जैसे मामले सौंपे गए है।
तीसरे नंबर के जज कुरियन जोसेफ को अवमानना, धार्मिक, पर्सनल लॉ, बैंकिंग, सरकारी ठेके,आपराधिक, श्रम,टैक्स, किराया, भूमि अधिग्रहण, सिविल, न्यायिक अधिकार,भूमि अधिनियम से जुडे मामले दिए गए है।
वरिष्ठता सूची में चौथे नंबर के जज जस्टिस अर्जन सीकरी को प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष कर,चुनाव और आपराधिक मामलों को सौंपा गया है।
आपको बता दें जस्टिस रंजन गोगोई आसाम के पूर्व मुख्यमंत्री केशव चंद्र गोगोई और प्रख्यात समाजसेवी शांति गोगोई के पुत्र हैं।इन्होंने ग्रेजुएशन की शिक्षा दिल्ली विश्वविद्यालय से जुड़े प्रतिष्ठित सेंट स्टीफेंस काँलेज से पायी,उसके बाद उन्होंने एलएलबी किया।साल 1978 में उन्होंने गोहाटी हाईकोर्ट में प्रेक्टिस स्टार्ट किया,उसके बाद वे नित्य नई ऊँचाइयों को छूते चले गए।साल 2001में आपको गुवाहाटी उच्च न्यायालय में एक न्याधीश के रूप में नियुक्ति मिली।इसके बाद 2010 में आपको पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में स्थानांतरित कर दिया गया।एक साल बाद हीं वहाँ आपकी नियुक्ति मुख्य न्याधीश के रूप में हुई।साल 2012 में आपको आपके अच्छे कार्यों को देखते हुए सुप्रीमकोर्ट में नई नियुक्ति मिली और आज आप सुप्रीमकोर्ट के मुख्य न्याधीश के रूप में शपथ ग्रहण किए हैं।
आप उत्तर पूर्व से आने वाले भारत के पहले मुख्य न्याधीश हैं।
एक सेवानिवृत्त न्याधीश ने बताया कि रंजन गोगोई के पिता से उनके एक मित्र ने पूछा कि क्या आपका बेटा राजनीति में आएगा?छूटते हीं उनके पिता केशव चंद्र गोगोई जो पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके हैं ने कहा उनका बेटा शानदार वकील है और मैंने उसके अंदर देश के मुख्य न्यायधीश बनने की क्षमता देखी है।आज उनके पिता की भविष्यवाणी सही हो गई।
वर्तमान समय में सुप्रीमकोर्ट के सबसे मुखर न्यायाधीशों में रंजन गोगोई की गिनती होती है, उम्मीद है वो न्याय को आसान और गरीबों के लिए सुलभ बनाएंगे।
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