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सोमवार, 8 अक्टूबर 2018

सफल वही व्यक्ति होता जो लक्ष्य का निर्धारण करता है, जितेंद्र चौहान।#Public statement




दिग्विजय सिंह की रिपोर्ट:
कानपुर देहात : सफल वही होता है जो लक्ष्य का निर्धारण करता है, उसपर अडिग रहता है, रास्ते में आने वाली हर कठिनाइयों का डटकर सामना करता है और छोटी-छोटी कठिनाईयों को नजरअंदाज करता है,यह बात सिविल बार एसोसिएशन अध्यक्ष जितेन्द्र प्रताप सिंह चौहान ने कस्बा रूरा स्थिति प्रतिष्ठित विद्यालय इंफैन्ट पब्लिक स्कूल में आयोजित छात्र प्रतिभा सम्मान समारोह के अवसर पर कही।जितेंद्र चौहान ने छात्रों से कहा कि जीवन अवसरों से भरा हुआ है,जहां कुछ अवसर काफी सरल होते हैं तो कुछ बहुत कठिन,लेकिन यदि पहला ही अवसर गवां दिया, तो फिर वह अवसर जीवन में कभी नहीं आता।इसलिए जो भी अवसर सामने आए, उसका फायदा तुरन्‍त ही उठा लेना चाहिए।सफलता के लिए सपने देखना व उन्हें साकार करने के लिये कठिन परिश्र्म,संघर्ष और समर्पण आवश्यक है।जितेन्द्र ने विद्यालय संचालकों की भूमिका पर कहा कि विद्यालय संचालको का यह नैतिक दायित्व है कि वह  विद्यालय को किताबी शिक्षा तक ही सीमित न रखे बल्कि वह  बालकों को नागरिकों के कर्तव्यों तथा अधिकारों का ज्ञान दें तथा उनमें प्रेम, सहानभूति, सहनशीलता, सहयोग तथा अनुशासन एवं उतरदायित्व आदि अनेक गुण विकसित करने में भूमिका तय करे।जितेन्द्र ने शिक्षकों अभिवावकों से कहा कि,शिक्षा का उद्देश्य महज़ बच्चों को किताबी ज्ञान देना नहीं है, बल्कि उनमें सोचने, समझने, तर्क करने और क्या सही है, क्या गलत है इत्यादि बातों को ध्यान में रखते हुए निर्णय लेने की क्षमता का विकास करना भी है।कहा कि जाहिर सी बात है कि ये सभी कौशल केवल एक कक्षा की चारदिवारी में विकसित नहीं हो सकते,इसलिए हमें ऐसे अवसर पैदा करने होंगे जहाँ बच्चों को इस तरह की क्षमताओं के विकास का अवसर मिले।विद्यालय के प्रधानाचार्य शुभम त्रिवेदी ने कहाकि,छात्रों के पारिवारिक जीवन को बाह्य जीवन से जोड़ने वाली एक महत्वपूर्ण कड़ी का काम करते हुए किताबी शिक्षा के साथ ही हमारे विद्यालय का प्रथम औपचारिक कार्य बालक की मानसिक शक्तियों का विकास करना है, जिससे वह अपनी स्वतंत्र विचार-शक्ति को सोचने, समझने तथा कार्य करने में सफलतापूर्वक प्रयोग कर सके।शुभम त्रिवेदी ने कहा कि उनके विद्यालय में शिक्षा का मतलब केवल जानकारी बढ़ाना नहीं बल्कि देश का एक कामयाब और अच्छा नागरिक बनना भी है तथा स्कूल का सम्पूर्ण वातावरण ऐसा रखा गया है जिसके रहते हुए बालक स्वयं ही स्फूर्ति अनुभव करता है।इस अवसर पर मेधावी छात्र-वैशंवी ,मयंक,श्रेयश ,शुभम यादव , जयंती, जय सिंह,अनया ओमर
समाजिक कार्यो में दुर्गेश गुप्ता ,अमन ,प्रासंत,शीर्ष ,सचिन ,नितिन यादव ,स्वाती सिंह,सौरभ सिंह ,तनिष्क सिंह ,आदि करीबप एक सैकड़ा छात्र,छात्राओं को प्रतीक चिन्ह ,मेडल व  प्रमाण पत्र दे पुरष्कृत किया गया जिसकी सभी उपस्थित अभिवावकों व गणमान्य ब्यक्तियों ने सराहना की ।विशिष्ट अतिथि के रूप में गहलो इण्टर कालेज के पूर्व प्रधानाचार्य राजेन्द्र द्विवेदी रहे। शिक्षकों में नीरज कुस्वाहा,सतीश यादव, तरुणा सोनी , अशीष जी ,अलोक
काशमा,दीक्षा त्रिवेदी, अनुप कुमार आदि लोग उपस्थित रहे।

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