विष्णु चंसौलिया की रिपोर्ट ।
कदौरा (जालौन) । केन्द्र व राज्य सरकार शिक्षा के स्तर को बेहतर करने के लिये बच्चो को किताबे,बैग,ड्रेस,जूता,स्वेटर तथा मध्यान्ह भोजन की व्यवस्था किये है लेकिन कदौरा विकासखंड क्षेत्र के परिषदीय विद्यालय मे बीएसए व खंड शिक्षाधिकारी की मिली भगत से प्रधानाध्यापक हस्ताक्षर करके कागजो मे ड्यूटी कर रहे है एेसा मामला ग्राम मवई-अहीर के पूर्व माध्यमिक विद्यालय मे देखने को मिला जहॉ तैनात प्राधानाध्यपक हरिशचन्द्र श्रीवास्तव स्कूल मे महीने मे एकबार बच्चो की छुट्टी के समय आकर रजिस्टर मे हस्ताक्षर करके खानापूर्ति कर रहे है तथा विध्यार्थियो के भविष्य से खिलवाड़ व सरकार की आखो मे धूल झोककर पेमेन्ट ले रहे है। विद्यार्थियों व अभिभावकों ने बताया विघालय मे पन्द्रह अगस्त के बाद से यानी दो माह से मध्यान्ह भोजन नही बना। विघालय मे 38 बच्चे पंजीक्रत है जिसमे 5 बच्चे तथा सहायक अध्यापक रजनीकान्त उपस्थित मिले। रसोई घर मे ताला लटका मिला। बच्चो ने बताया स्कूल मे कभी दूध व फल नही बांटे गये। प्राधानाध्यपक २ अक्टूबर को भी स्कूल नही आये। एक सप्ताह पहले हैडमास्टर हरिशचन्द्र उपस्तिथि रजिस्टर स्कूल से उठा ले गये। बेखौफ हैडमास्टर के इस कारनामे से साफ जाहिर होता है कि उच्चाधिकारियो से सॉठ गॉठ है व मोटी रकम पहुंचती है। रसोइया को समय से भुगतान मे हीलाहवाली बताई गई। विघालय का हैंडपम्प कई महीनो खराब है जो रिबोर की स्थिति मे है तथा बच्चो के स्कूल पहुंचने का रास्ता भी कच्चा है व परिसर मे बाउन्ड्री नही है। अभिभावक रफीक खॉन व गुलेशा खातून आदि ने शासन प्रशाशन से लापरवाह हैडमास्टर के खिलाप शख्त कार्यवाही की मॉग करी है।
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