बिष्णू चंसौलिया की रिपोर्ट:
उरई। फर्जी कंपनी बनाकर कई तरह की लोन का प्रलोभन देकर उनसे एफीडेबिड, स्टांप पेपर आदि खरीदने के नाम पर अपने खातों में पैसा जमा कराकर उन्हें ठगने का काम करने वाला गिरोह जो कि पुलिस के लिए परेशानी का कारण बना हुआ था इसको दबोचने के लिए कई प्रयास किए गए परंतु असफलता मिली लेकिन सटीक सूचना पर पुलिस द्वारा इनको धर दबोचा गया और इनके पास से भारी मात्रा में सामान आदि बरामद हुए।
आज पुलिस अधीक्षक डा.अरविंद चतुर्वेदी एवं अपर पुलिस अधीक्षक सुरेन्द्र नाथ तिवारी ने संयुक्त रूप से पुलिस लाइन सभागार में आयोजित प्रेस वार्ता में बताया कि लोगो के साथ ठगी करने वाले अभियुक्त आज कहीं जाने की फिराक में उरई रेलवे स्टेशन पर ट्रेन का इंतजार कर रहें थे, सटीक सूचना के आधार पर सर्विलांस व कोतवाली कोंच की टीम द्वारा इन अभियुक्तगणो को गिरफ्तार कर लिया गया। वहीं प्रेस वार्ता के दौरान जब अभियुक्तगणो से पूंछताछ की गई तो अभियुक्त शैलेन्द्र रायक्वार उर्फ संजीव श्रीवास्तव ने बताया कि हम लोग प्रधानमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत जनशक्ति कंपनी बनाकर शिक्षा लोन, प्रोपर्टी लोन, व्यापार लोन, होम लोन, एग्रीकल्चर लोन इत्यादि योजनाओं के पंपलेट छपवाकर उस पर अपना मो.नं. अंकित कर पंपलेट को बाजार व मुख्य मार्गो के आसपास चिपकाकर प्रचार प्रसार करते थे और लोग हमे उन नंबरो पर काल करते थे तो हमारी साथी ऊषा पाल उर्फ नेहा मिश्रा भोलेभाले लोगो को अपने झांसे में ले लेती थी फिर हम लोग उनके साथ ठगी करने का काम करते थे, हम लोग ग्राहको को लोन स्वीक्रत कराने के नाम पर एफिडेबिट देने, स्टांप पेपर खरीदने आदि के नाम पर अपने खातो में पैसा जमा करा लेते थे। ग्राहको से हमारी मुलाकात नहीं केवल फोन पर ही बात होती थी। हमने ग्राम सामी थाना कैलिया निवासी अजय कुमार को क्रषी लोन हेतु दस लाख रूपए के लोन का झांसा देकर उससे अपने खाते में १० हजार रूपए डलवा लिए थे एवं इसी तरह से अन्य लोगो से भी ठगी की थी। पुलिस ने शैलेन्द्र रैक्वार एवं ऊषा पाल को गिरफ्तार कर उनके विरूद्ध मुकदमा संख्या ३०१/१८ धारा ४१९/४२०/४६७/४६८/४७१ मामला दर्ज कर लिया। इसी के साथ उक्त आरोपियों से पुलिस को एक लैपटॉप, एक प्रिंटर, चार मोबाइल, नौ एटीएम, चार चिकबुक, नौ पासबुक, दो आधार कार्ड, एक ड्राइविंग लाइसेंस, तीन पैनकार्ड, दो मतदाता पहचान पत्र, पांच आरसी, एक अदद मोहर जनशक्ति फाइलेंस लि.इं.के नाम से, जेवरात, जनशक्ति फाइनेंस के नाम से कागजात, स्टैंडर्ड चार्टड बैंक की चेक फोटो कॉपी, दो रजिस्टर ग्राहको के नाम जिसमें लिखे जाते, ५६०० रूपए नगद, २२ पंपलेट व अन्य कागजात बरामद किए। वहीं गिरफ्तार करने वाली टीम में देवेन्द्र सिंह, महेश दुबे, सर्वेश कुमार, शोएब आलम सर्विलांस टीम, गौरव बाजपेई, जगदीश सर्विलास, धीरेन्द्र, देशवीर, सुबोध कुमार, सददाम, पुष्पा देवी, पवन कुमार आदि
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