ओवरलोडिंग पर प्रशासनिक चेतावनी बनी बंदर घुड़की।। उरई। कालपी क्षेत्र अंतर्गत लाल सोना (मोरम)बिना एम०एम०११व ओवरलोड जनता एवं सरकार के लिए सिरदर्द बनी हुई एवं मोरम माफिया योगी सरकार के कड़क प्रशासन को तार तार कर रहे हैं सूत्रों से मिली जानकारी मोरम का पूरा नम्बर दो का कारोबार हो रहा है।
भौतिक जानकरी के अनुसार उपरोक्त खदानों से खुले आम मोरम निकाली जा रही है जबकि खनन माफिया दलाल जिसका नाम बाबा प्रिंस है व कानपुर का रहने बाला है व प्रशासनिक अधिकारी का रिश्तेदार है जिसे बाबा प्रिंस कहा जाता है पूरा नेटवर्क यही चलाता है
अबैध बालू खनन और ओवरलोडिंग किसी भी सूरत में न होने देने की प्रशसनिक चेतावनी को बालू माफियाओं ने बंदर घुड़की साबित कर दिया खदानों में पोकलैंड, जेसीबी चल रही हैं तो खदानों से ओवर लोड निकलने वाले ट्रक सड़को को रौंदकर प्रशासन को मुँह चिड़ा रहे हैं योजनबद्ध तरीके से सारी रात थानों और पुलिस चौकियों के सामने सैकडों की तादाद में ओवर लोड ट्रक गुजरते हैं लेकिन ओवरलोडिंग के नाम पर प्रशसनिक कार्यवाही नहीं की जा रही कहा जाए कि लाल बालू के काले कारोबार के हमाम में सब नंगे है तो गलत नहीं होगा।
वर्तमान समय में कई खदानों में जायज व नाजायज़ बालू खनन चल रहा है इनमे खुलेआम जेसीबी,पोकलैंड मशीने गरज रही है खदानों में दिनभर ट्रको को ओवरलोड किया जाता है शाम ढलते ही यह ट्रक गंतव्य को रवाना किये जाते है रात 10 बजे से यह ओवरलोड ट्रकों गांव व शहर की सड़कों से गुजरना शुरू हो जाता है व इन बालू माफियाओं को नही थानों चौकियों तक कोई भय नहीं होता है।
इसी तरह के ओवरलोड ट्रकों का कारवां गुजरना शुरू होता है जिसके कारण जोल्हूपुर से कालपी,व यमुनापुल तक ओवरलोड ट्रको की बजह से ही घण्टो जाम की स्थिति बनी रहती है
उधर जिले के जिम्मेदार अधिकारी बार बार दावा करते है कि कहीं भी अबैध खनन व ओवरलोडिंग नही होने दी जाएगी।अधिकारियों के यह दावे यहाँ ओवरलोडिंग के सामने नतमस्तक नजर आ रहे है।
इसे क्या माना जाए कि प्रशासन और बालू माफियाओं के गठजोड़ के बगैर ऐसा संभव है?
वही सूत्रों से मिली जानकारी वरहिबम्बा पर लगने बाली गाड़ी 100 न०सीधे ओवरलोड ट्रको से प्रत्येक रात बसूली करते देखा जा सकता है इस पूरे घटना में प्रिंस नामक व्यक्ति काफी महत्वपूर्ण है।(मोरम) सेटिंग में वह पुलिस+प्रशासन+दलाल+बड़े माफियाओं+नेताओं से सेटिंग करके खेल कर रहा है वही सूत्रों से मिली जानकारी प्रिंस नामक व्यक्ति एक अधिकारी का साला रिस्तेदार भी बताया जाता है इस कारण कोई उसपर हाथ नही डालता लाल सोना की लूट योगी सरकार के लिए भ्रस्टाचार का एक नमूना है।
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