शावेज़ आलम की रिपोर्ट
क्रिकेट की दुनिया में अगर चंद शानदार और मज़बूत देश की टीम की बात की जाए तो इसमें ज़ाहिर सी बात है कि इसमें ऑस्ट्रेलिया का नाम ज़रूर आएगा। लेकिन अब ऑस्ट्रेलिया के क्रिकेट के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ जब कोई मुस्लिम खिलाड़ी कप्तान बनने जा रहा है। उस्मान ख्वाजा को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ होने वाले सिरीज़ में चार दिवसीय मैच खेलने वाली ऑस्ट्रेलिया-ए टीम का कप्तान बनाया गया है। ट्रेविस हेड को भी एक दिवसीय टीम का कप्तान बनाया गया है। ग्लैन मैक्सवेल जिन्होंने भारत में खेली गयी सिरीज़ में शतक जड़ने वाले को उपकप्तान बन गया है।उस्मान ख्वाजा के सामने अब यह चुनौती है कि वह इस जिम्मेदारी को कैसे निभाते हैं। उस्मान ख्वाजा एक बाएं हाथ से खेलने वाले बैट्समैन हैं। उस्मान का जन्म पाकिस्तान में हुआ लेकिन वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ी हैं। जब उनका सलेक्शन कंगारू टीम में हुआ था तब उनका पहला मैच अपनी जन्मभूमि पाकिस्तान के खिलाफ ही था। 23 साल की उम्र में उस्मान को ऑस्ट्रेलिया के टीम में चुना गया था। उस्मान से पहले किसी भी मुस्लिम खिलाड़ी ने ऑस्ट्रेलिया की टीम से टेस्ट मैच नही खेला था। जिस वक़्त खवाजा को चुना गया था टीम वो काफी अहम मौका था क्योकि उस समय पाकिस्तान के बाद ऑस्ट्रेलिया को ऐशेज सीरीज में इंग्लैंड से खेलना था।
ऑस्ट्रलियाई क्रिकेट टीम के चयनकर्ताओं के प्रमुख ऐंड्रयू हिलडिच ने बताया कि “न्यू साउथ वेल्स से खेलने वाले उस्मान ख्वाजा ने घरेलू क्रिकेट में जबरदस्त प्रदर्शन करके अपना स्थान पक्का किया।” उस्मान ने तीन शतक की मदद से 698 रन बनाए। हिलडिच ने कहा, “उस्मान ख्वाजा ने शेफील्ड शील्ड में बेहतरीन प्रदर्शन किया है और उसी के आधार पर उन्हें चुना गया है। अब टीम के सदस्य चुने जाने के बाद कप्तान का पोजीशन पाना काफी सराहनीय भी है। जिस पर राष्ट्रीय क्रिकेट चयनकर्ता ट्रेवर होंस ने कहा, हमारी कोशिश संतुलित टीम चुनने की थी जिसमें अनुभव और युवा खिलाड़ियों का मेल हो।
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