शुभांकर तिवारी की रिपोर्ट:
आवास समिति की प्रबंधकीय कमेटी के ऊपर है पहले से कई आरोप ।।
कानपूर :- आयकर विभाग ने आवास समितियों को नोटिस जारी कर के एक बड़े स्तर से की जारी टैक्स चोरी पर अंकुश लगाने के कोशिश की है क्यों की आवास समितियों में लंबे समय भ्रष्टाचार चला आ रहा पार्क ,सड़क आदि जगहों में प्लाट काट कर समिति की प्रबंधकीय कमेटी मोटी रकम वसूलती है और आयकर विभाग में एक पैसा भी नही देती है और यह भी कहना गलत नही होगी प्रत्येक समिति के संचालक करोड़ो रुपये की आयकर चोरी कर के स्वयं अपनी समिति का विकास नही करते है साथ में देश के विकास में भी भागीदार नही बनाना चाहते है । कानपुर शहर में सैकड़ो की तादात में समितियां मौजूद है अगर आयकर विभाग ईमानदारी से इन सब की जाँच करें तो अरबो रुपयों की चोरी का पर्दाफश हो सकता है ।
आयकर विभाग आखिर कब जागा समितियों को नोटिस देने के लिए ?
मोदी सरकार अपने पूरे कार्यकाल में भ्रष्टाचार पर कड़े प्रहार करती रही है लेकिन कानपुर शहर में मौजूद तमाम आवास समितियो में चल रही कर चोरी की जानकारी विभाग को नही थी । समितियों के संचालको को भी भय बिल्कुल भी नही था कि वह एक बड़े स्तर से कर रहे आयकर चोरी में फस सकते है ? लेकिन कुछ दिनों से बिनगवा श्रेत्र की एक आवास समिति की खबर जिसने 12000 प्रति वर्ग मीटर की भूमि को 100 प्रति वर्ग मीटर की दर से विक्रय किया है उसकी खबर प्रमुखता से प्रकाशित हुई थी उस ही समिति के पदाधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया की कुछ दिन पूर्व आयकर विभाग के कुछ अधिकारी एक समिति के सचिव के बारे में जानकारी करने के लिए उनकेे घर में गये थे और उसके बाद सचिव से मिलकर उनके तमाम महत्वपूर्ण जानकारी जुटाई गयी थी और उसके कुछ समय बाद ही कानपुर शहर की तमाम आवास समितियों को नोटिस जारी किया गया है अगर आवास समितियों के बारे में सही से जाँच की जाये तो बेनामी संम्पतियो के कई मामले उजागर हो सकते है ।
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