ग्यारहवीं शरीफ के मौके पर जलसा जश्न-ए-ग़ौस ए आज़म प्रोग्राम 18 को होगा
उरई ।इस्लामी साल का ये चौथा महीना है जिसे ग्यारहवीं शरीफ के नाम से जाना जाता है अंजुमन गुलामाने ग़ौसे आज़म कमेटी के अध्यक्ष मुहम्मद तौसीफ रहमानी ने बताया कि इस साल ग्यारहवीं शरीफ 19 दिसंबर को मनाई जाएगी और हर साल की तरह इस साल भी दरगाह बड़े पीरो वाली बरकाती ग्राउंड में 18,19 दिसंबर को जश्न-ए-ग़ौस ए आज़म बड़ी ही शानो शौकत के साथ मनाया जाएगा पहले दिन 18 दिसंबर दरगाह बड़े पीरो वाली के बरकाती ग्राउंड में बाद नमाज़ ईशा नात ख्वानी व तक़रीर की महफ़िल होगी जिसमे खुसूसी खतीबो मुफ़्ती हनीफ बरकाती साहब कानपुर से तशरीफ़ ला रहे है और मुफ़्ती उबेदुर्रहमान साहब सनगवां फतेहपुर से तशरीफ़ ला रहे है वही शायरे इस्लाम शकील आरफी फर्रूखाबाद से तशरीफ़ ला रहे है और जेरे निज़ामत के लिए शब्बीर अशरफी कानपुर से तशरीफ़ ला रहे है और जलसे का आगाज़ तिलावते कलामे रब्बानी के साथ हाफिज मु० शोएब अंसारी उरई करेगे
ओर 19 दिसंबर 2018 को बाद नमाज़े ज़ुहर पदम् शाह बाबा रह०की दरगाह से जुलूस निकलेगा जो भगत सिंह चौराहे से पेट्रोल पंप वाली गाली से बजरिया होते हुए दरगाह बड़े पीरो पर इख़्तिताम पज़ीर होगा शाम 5 बजे मेले का उद्घाटन मुख्य अतिथि के रूप में जिलाधिकारी डॉ मन्नान अख्तर और विशिष्ट अतिथि डॉ अरविंद चतुर्वेदी करेगे
अक़ीदतमंद लोग गौस पाक के नाम पर फातिहा कराने के लिए हाजिर होते है जिसमे हिन्दू-मुस्लिम समेत सभी लोग मुहब्बत से खिराज अक़ीदत पेश करते हैउक्त जानकारी अंजुमन गुलामाने ग़ौसे आज़म कमेटी के अध्य्क्ष मुहम्मद तौसीफ रहमानी ओर उनकी कमेटी के लोगो ने दी।
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