वीरेंद्र शर्मा की रिपोर्ट
कानपुर: आज *सेनफ्रांसेस स्कूल* अशोक नगर में छात्र को बेवजह पीटने के आरोप में शिकायत करने पर अधिकारियों को कोई फर्क नही पड़ता है ना ही टीचर के खिलाफ कोई कार्यवाही होती है। विद्यालय में पढ़ाने वाले टीचर का आतंक नही सुधर रहा है स्कूलों के टीचर घर की टेन्सन बच्चो पे उतार देते हैं इतनी बुरी तरह बच्चे को पीटते है कि माता पिता की रूह तक काँप जाती है आखिर क्यों विद्यालयो के टीचर दूसरों के बच्चों को इतना पीटते है की उन्हें गंभीर चोटे आ जाती है।प्रशासन क्यों? नहीं ऐसे आक्रोशित टीचरों पर सख्ती करते है।जिससे की वह अपना आक्रोश किसी दूसरे बच्चों पर ना उतार पाए।और बच्चों को इस तरह दण्डित ना करे की वह घायल हो जाए।आए दिन टीचरो का आक्रोश बढ़ता जा रहा है।और वह अपनी उलझनों का शिकार विद्यालयों के बच्चों को पीट कर उन्हें प्रताड़ित कर बनाते है।और विद्यालय के प्रधानाचार्य भी कुछ नहीं कहते है। जब बच्चे के परिजनों ने इस पिटाई की शिकायत उनसे कही और उनसे पूछा तो पूछने पर प्रधानाध्यापक ने कहा कि पूछ ताछ के बाद कार्यवाही की जायेगी। मगर अब तक कोई कार्यवाही नही हुई और न ही इंसाफ मिला है।
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