विष्णु चंसौलिया की रिपोर्ट
उरई ।प्रदेश की योगी सरकर भलेही कितने वादे करे की उनकी सरकार में संचालित गऊशालाओ में गाय कितनी सुरक्षति है परन्तु उनके बादे खोखले नजर आ रहे है | मामला जनपद जालौन के मुख्यालय स्थित ग्राम बोधपुरा का है जहांं पर संचालित गऊशाला में दर्जनों मृत गऊवंस पायेगये जैसे ही यह खबर जिला प्रशासन को इसकी भनक लगते ही प्रशासन में हड़कंप मच गया आनन फानन में जिला प्रशासन पंहुचा मौके पर इसके बाद जेसीबी की मदद से काफी दिनों से पड़े गऊवंश को जमीन में दफनाया ।बोधपुरा में स्थित पशु अस्पताल के डॉ० ने बताया की इन गायो की मौत की बजह भरपूर भोजन न मिलना तथा सर्दी की बजह से इस गऊशाला में प्रत्येक दिन दो या तीन गाय मरने का रेसियो बना हुआ है जिनको गऊशाला के पीछे बने जंगलो में फेक दिया जाता है | तथा मौके पर पहुंचे उपजिलाधिकारी विकाश कश्यप, सीओ सिटी संतोष कुमार और उरई शहर कोतवाल मौके पर पहुँच के मामले की जांच में जुटे तथा सीओ सिटी में बताया की बोधपुरा में एक गऊशाला बानी हुई है जिसमे गाय राखी गयी थी उसमे से कुछ गाये बीमारी या किसी अन्य कारणों से मर गयी थी उनको उठा के जंगल में फेक दिया गया था वही शव मिले है जिसमे से कुछ गाये ऐसी है जो कई दिन पहले मर चुकी थी और कुछ गाये दस पंद्रेह दिन पहले की है और उनको जेसीबी बुलाके दफनाई जा रही है |
अभी हालही में बुलंदशहर में गऊवंश के अवशेष मिलने पर ही कितनी बड़ी हिंशक मामले के बाबजूद जालौन का जिला प्रशासन गहरी नीद में सोया हुआ है |
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