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सोमवार, 17 दिसंबर 2018

हाथ से मैला उठाने की कुप्रथा अब पूरी तरह बंद होगी। डा० निर्मलpublic statement



विष्णु चंसौलिया की रिपोर्ट।

  उरई।काँग्रेस, सपा, और बसपा ने दलितों को नारकीय पेशे से मुक्त करवाने के लिए कोई योजना नहीं चलाई।यदि उन इलाकों में शौचालय बनवा दिए होते, जहाँ पर हाथ से मैला उठाने की प्रथा है, तो दलितों को इससे मुक्ति मिल गई होती।यह काम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया है।हाथ से मैला उठाने की कुप्रथा बंद करने के लिए हम उन महिलाओं और परिवार के आभारी हैं जिन्होंने सरकार की अपील पर अमल किया।
  डा निर्मल ने कहा कि केन्द्र सरकार ने वर्तमान वित्तीय वर्ष में 133 करोड़ की धनराशि उत्तर प्रदेश सरकार को अनुसूचित जाति के उत्थान के लिए उपलब्ध करवाई है।इस धनराशि को चयनित लाभार्थियों को दिए जाने की प्रक्रिया चल रही है।साथ ही हाथ से मैला उठाने वाले 11230 स्वच्छकारों मे से 10847 स्वच्छकारों को 40 हजार रुपये प्रति स्वच्छकार की दर से  43.39 करोड़ रुपए दिए गए हैं।
  डा लालजी प्रसाद निर्मल ने कहा कि केंद्र सरकार ने अनुसूचित जाति के लिए 9000 पेट्रोल पंप विज्ञापित किया है।इसका सीधा लाभ हासिए के समाज को मिलेगा।इसके पहले 3000 एलपीजी टैंकर अनुसूचित जातियों के लिए विज्ञापित किए गए थे।

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