(रिपोर्ट प्रशान्त से अनवर हुसैन और कमरूद्दीन क्राइम रिपोर्टर वहीद उददीन)
मौदहा हमीरपुर। गौ भक्तों की सरकार मे लाखों रूपये खर्च कर बनायी जा रही गौशालाये बेकार साबित हो रही है। ग्रामीण क्षेत्र मे प्रधान और ग्राम वासी अपनी फसल बचाये रखने के लिये थोडा बहुत इन गौ शालाओ का सहयोग करते है किन्तु ग्रामीण क्षेत्र से भगाया गया गौ वशं नगर की सडकों पर बेसहारा घूम रहा है। नगर मे बनायी गयी दो अस्थाई गौशालाओं मे , जिनमे एक नगर पालिका परिषद द्वारा बनवाई जा रही है। वहीं नगर के जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा नगर की राहों मे भटकते हुये गौ वशं को सरंक्षित करने का अब तक कोई भी कारगर उपाय नहीं किया है। जिसका जिम्मेदार सीधे तौर पर गौपालक के साथ नगर प्रशासन भी है। इसी वजह से भूखी प्यासी दो दर्जन से अधिक गांयो का झुण्ड कानपुर बांदा रेलखण्ड पर रागौल स्टेशन से एक किलोमीटर की दूरी पर मौत के आगोश मे समा गये तथा गौ मांस के लोथडे लगभग टै्रक के एक किमी की दायरे मे फैल गये। जिन्हे प्रशासन ने गडढा खोद कर दफना दिया। हालाकि इस सम्बन्ध मे नगर पालिका परिषद के ढींगामुश्ति के चलते जो आश्रय ग्रह एक सप्ताह पूर्व बनना चाहिये था वह अभी तक नहीं बन सका। इस सम्बन्ध मे उपजिला अधिकारी ने इनके चारा पानी के लिये नगर पालिका परिषद के सदस्यों व विधायक प्रतिनिधि अनिल अग्रवाल ओम प्रकाश शिवहरे आदि के साथ बैठक कर धन एकत्र करने की रणनीति बनायी थी। जिसपर अभी तक अमल भी नही हो सका।
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मौदहा हमींरपुर। लखनऊ जबलपुर चित्रकूट एक्सप्रेस ट्रेन की चपेट मे आये 27 अन्ना मवेशी मे 25 की ट्रेन से कटकर मौत हो गयी जबकि दो घायलों को उपचार दिया गया। ये सभी गौ वशं के थे हादसा यहां कानपुर की बांदा रेल लाईन की रागौल रेलवे स्टेशन के निकट 11 बजे का है। इस घटना से प्रशासन मे हडकम्प मच गया क्षेत्रीय लोग व आस्थावान इस बडी घटना से द्रवित हो उठे। आलाधिकारी भी मौके पर पहुंचे और आनन फानन इनका डाक्टरी परीक्षण करते हुये श्रदा के साथ दफन करा दिया गया। इससे पूर्व भी इसी रेलवे ट्रैक पर इचौली खण्डेह रेलवे टै्रक पर ऐसे दो हादसे हो चुके है।यदि समय रहते इन अन्ना मवेशियों को अस्थाई आश्रय केन्द्रो मे बन्द कर दिया जाता तो शायद ये बडी घटना न होती। मामला कोतवाली मौदहा अन्तर्ग्त
अरतरा तिंदुही क्रासिंग के बीच का है।
सहायक स्टेशन मास्टर पप्पू सिंह द्वारा बताया गया कि बीती रात 11 बजे के लगभग 5205 चित्रकूट एक्सप्रेस की चपेट मे आकर 25 गायों की दर्दनाक मौत हुयी। चित्रकूट एक्सप्रेस के ड्राईवर से उक्त घटना की जानकारी मिलते ही रेल पथ निरीक्षक नवीन कुमार को र्निदेशित कर रेलवे टै्रक साफ कराया। घटना से लगभग 15 मिनट रेलवे ट्रैक भी बाधित रहा। तो वहीं रेल पथ निरीक्षक नवीन कुमार द्वारा बताया गया कि घटना की जानकारी होते ही घटना स्थल पर पहुंचे व रात ग्यारह बजे से सुबह तीन बजे तक रेलवे ट्रैक साफ करने का काम चला। जिसकी जानकारी स्टेशन मास्टर को दी गयी। वहीं इस पूरे मामले से अन्जान प्रशासन को जब पत्रकारों से उक्त घटना की खबर लगी तो प्रशासन के हाथ पांव फूल गये व आनन फानन उपजिला अधिकारी राजेश चौरसिया, क्षेत्राधिकारी बालकराम, अपर एसपी सन्तोष कुमार ,कोतवाल विक्रमाजीत सिंह, सिसोलर थानाध्यक्ष प्रदीप यादव ,नगर पालिका प्रशासन व खण्डविकास अधिकारी विजय शंकर शुक्ला सहित पशु चिकित्साधिकारी हेमंत पांचाल सहित सुरक्षा के दृष्टि से भारी पुलिस बल भी मौके पर पहुंचा व प्रशासनिक साये मे शवों का पोस्टमार्टम कराते हुये उनका अन्तिम संस्कार करा दिया गया।
वहीं उक्त मामले मे अपर पुलिस अधीक्षक सन्तोष कुमार द्वारा बताया गया ट्रेन की चपेट मे आने से 25 गायो की मौत हो गयी है जबकि दो बछडे घायल है। शवो का अन्तिम संस्कार कर दिया गया है जबकि घायल बछडो का इलाज जारी है। घटना के तथ्यों पर पडताल की जा रही है। पडताल उपरान्त दोषियों पर कार्यवाही की जायेगी। इस सम्बन्ध मे राजनाराण गुप्ता ,आशीष कुमार, गुडडू आदि ने इस बडे हादसे मे दुख प्रकट करते हुये घटना पर जांच की मांग की है।
इससे दो वर्ष पूर्व रीवन खण्डेह रेलवे फाटक के पास दो दर्जन गाय किसानो द्वारा अपने खेतो की सुरक्षा के दौरान भगाया गया था। तभी ट्रेन की चपेट मे आकर मौत हो गयी थी।
रिपोर्ट
टीम प्रशान्त हमीरपुर
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