बहराइच 29 जनवरी 2019 (ब्यूरो) जनपद में धड़ल्ले से ओवर लोडिंग कर आबादी और कस्बे से निकल रहे हैं ट्रेक्टर ट्रालियां और ट्रक जबकि रास्तों में पुलिस चौकी और थाने तहसील भी पड़ते हैं सड़कों पर आने जाने वाले अधिकारी भी क्रास या ओवरटेक कर निकल जाते हैं परंतु इस ओर ध्यान किसी का नहीं जाता |
गौरतलब हो कि यातायात की तमाम दुर्घटनाएं ओवरलोडिंग के कारण होती हैं सड़के भी अक्सर इसी ओवरलोडिंग के कारण ही खराब होती हैं परंतु जनपद बहराइच में ओवरलोडिंग का कार्य इस समय गन्ना की चीनी मिलें जो अपनी शबाब पर हैं में गन्ना ले जाने वाली ट्रकें और ट्रैक्टर ट्रालियां जोरो से कर रही हैं इतना ही नहीं सड़कों पर चलने वाली सवारी गाड़ियां भी इन से कम नहीं है 9 सीटर और 7 सीटर सवारी गाड़ियों में 15 16 17 सवारियां बिठाकर धड़ल्ले से रोड पर दौड़ाई जा रही हैं सवारी गाड़ी के ड्राइवरों से यह कहने पर कि इतनी सवारियां क्यों बिठाते हो अभी पुलिस वाले मिलेंगे तो आपका चालान कर देंगे इस पर उनका एक माकूल जवाब होता है सब हफ्ता लेते हैं मेरा कोई कुछ नहीं कर पाएगा इसी तरह क्षमता से कहीं अधिक गन्ना लादकर चलने वाले ट्रक और ट्रैक्टर हमेशा दुर्घटना को दावत देते नजर आ रहे हैं प्रशासन और जनपद के जिम्मेदार इस ओर क्यों ध्यान नहीं दे रहे जबकि आए दिन चौराहों पर चेकिंग करते हुए पुलिस वालों को और सड़क के किनारे कहीं ना कहीं आरटीओ को अक्सर देखा जा सकता है लेकिन पुलिस प्रशासन अगर अपनी चेकिंग के दौरान किसी मोटरसाइकिल चालक के पास हेलमेट नहीं है तो चालान ड्राइविंग लाइसेंस नहीं तो चालान रजिस्ट्रेशन नहीं तो चालान फिटनेस नहीं तो चालान नंबर प्लेट पर नंबर गड़बड़ तो चालान और सब कुछ ठीक है तब भी जुर्माना और चालान इस तरह वह अपना टारगेट पूरा कर लेते हैं | लेकिन इनका ना तो चालान होता है और ना ही कहीं जुर्माना देना पड़ता है आखिर क्यों इस प्रश्न के जवाब में कहीं ना कहीं से सेटिंग की बू जरूर आ रही है |
बताते चलें कि अभी बीते 14 जनवरी को महसी बहराइच मार्ग पर कपूरपुर गांव में जो कि रोड के किनारे ही बसा हुआ है एक ही परिवार के तमाम लोग अपने घर के सामने ठंडक के कारण अलाव जलाकर ताप रहे थे तभी वहां से गुजर रही गन्ने की ओवरलोड ट्रक ट्रैक्टर ट्राली को पास देने के चक्कर में अचानक पलट गई गन्ने और ट्रक के नीचे लगभग 8 लोग दब गए जिसमें रिंकू की 3 वर्षीय पुत्री की मौके पर ही मौत हो गई और अन्य 7 लोग गंभीर रूप से घायल भी हो गए जिस पर मिल प्रबंधन, ट्रांसपोर्टर ने कुछ सफेदपोश लोगों के द्वारा लेनदेन करवा कर मामले को रफा-दफा करवा दिया और उस पर कोई कार्यवाही नहीं हुई जबकि मौके पर 100 नंबर डायल पुलिस और संबंधित थाने की पुलिस भी पहुंची थी और मामला आला अधिकारियों के संज्ञान में भी आया लेकिन परिणाम ढाक के तीन पात होकर रह गया |
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