(विष्णु चंसौलिया की रिपोर्ट) 28/02/19 परिवहन राज्य मंत्री ने अपने गृह जनपद को दी ऐसी सौगात जिस पर जालौन के हर बाशिंदे को होगा नाज।उरई। जालौन ।शहर के बस अड्डे का नया लुक बेहद शानदार होगा । यह राजधानी के बस अड्डे की तरह विशाल, भव्य और और हाईटेक होगा । प्राइवेट बस अड्डे की जगह का भी अधिग्रहण इसके विस्तार की योजना में कर लिया गया है।
परिवहन राज्यमंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने अपने जिले के लोगों को ऐसी सौगात देने का कदम उठाया है जिससे उनका कार्यकाल जनपदवासियों के लिए यादगार हो जाए । शहर के रोडवेज बस अड्डे के कायाकल्प की ऐसी रूपरेखा इसके तहत तैयार की गई है जो उनके न होने पर जिले के नसीब में संभव नहीं थी । यह कहना है नगर पालिकाध्यक्ष अनिल बहुगुणा का हालांकि उनका योगदान भी इसमें कम नहीं है ।
इसको साकार रूप देने के लिए प्राइवेट बस अड्डे को भी इसीमें शामिल किया जा रहा है । 12400 वर्ग मीटर के दायरे में बस अड्डे के नए निर्माण पर 7 करोड़ 51 लाख रुपए की धनराशि खर्च की जाएगी । क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी का कार्यालय भी अब राहिया से बस अड्डे परिसर में लाया जाएगा।
इसके बजट में 42 लाख रुपए का प्रावधान रोशनी के लिए किया गया है जिसके तहत रामकुंड तक का इलाका जगमग किया जाएगा ताकि रात्रि में यात्रियों को यहाँ से शहर आने जाने में दिक्कत न हो । पानी की व्यवस्था के लिए ₹200000 खर्च किए जाएंगे।
बस अड्डे के पुरानी ढांचे को यथावत रहने दिया जाएगा । ऊपर की मंजिल पर रंजना मैरिज हॉल में सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक का कार्यालय स्थापित किया जाएगा।
आधुनिक सुविधाओं से युक्त शौचालय और स्नान ग्रह परिसर के पीछे बनाए जाएंगे । बस अड्डे परिसर में अच्छा ख़ासा बाजार भी होगा जिसके अंतर्गत कई नई दुकानों का निर्माण होगा । प्रवेश द्वार और निकासी द्वार अलग-अलग होंगे जिनके रास्ते वाहनों की सुविधा के लिए पर्याप्त चौड़े रखे जाएँगे । बस अड्डा बेहद हाईटेक होगा । सूत्रों ने बताया है कि इसकी लागत आखिर में 7:30 करोड़ रुपए से बढ़कर ₹10 करोड़ तक पहुंच सकती है। इसका काम बहुत तेजी से शुरू होगा ताकि जल्द से जल्द इसे पूरा कराया जा सके ।
उधर प्राइवेट बस अड्डे को साईं पैलेस के पास पहुंचाए जाने की योजना है। जिसके लिए जमीन की तलाश की जा रही है । बस अड्डे के लिए रोडवेज ने नए सिरे से नगरपालिका के साथ करार किया है ।इसके तहत रोडवेज नगरपालिका को प्रति महीने 70 हजार 300 रुपए किराया अदा करेगी । यह अनुबंध 60 वर्ष तक प्रभावी रहेगा।
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