(पब्लिक स्टेटमेंट न्यूज)05/03/19 पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना का शुभारंभ कर 11,51,000 लाभार्थियों तक 13,58,31,918 रुपये की धनराशि सीधे पेंशन खातों में ट्रांसफर की। कोई भी गरीब इस श्रम योगी योजना से आसानी से जुड़ सकता है। ऐसे श्रमिक जिनकी उम्र 18-40 साल के बीच है और मासिक कमाई 15,000 रुपये से कम है, वो सभी इस योजना से जुड़ सकते हैं।
इस अवसर पर पीएम ने कहा कि आज़ादी के बाद के इतिहास की ये पहली योजना है जिसने समाज के उस वर्ग को छुआ है, जिनको अपने ही भाग्य पर छोड़ दिया गया था। खुद को मजदूरों का नेता बताया गया लेकिन किसी ने भी गरीबों के लिए कुछ नहीं किया। मजदूरों के नाम पर पचास साल वोट बटोरे लेकिन उनके लिए कभी नहीं सोचा। एक चायवाले ने सोचा है।
पहले जिस दल की सरकार थी, जिसने दशकों तक देश पर शासन किया, वो जब गरीबी को एक मानसिक अवस्था समझे, तो आप समझ सकते हैं कि पहले आपकी चिंता क्यों नहीं की गई। जिनके लिए गरीबी सिर्फ फोटो खिचवाने का खेल होता है, जिसे कभी भूखे पेट सोने का दर्द नहीं पता उसके लिए गरीबी एक मानसिक अवस्था होती है।
पीएम मोदी ने कहा कि योजनाएं तो पहले भी थीं पर बिचौलिए सब खा जाते थे पर अब बिचौलियों की नींद इस चौकीदार ने उड़ा कर रखी है। आज बिचौलियों के हमदर्द परेशान हैं। वे कहते हैं आओ मिलकर मोदी को हटाएं। मैं कहता हूं कि आओ मिलकर देश से गरीबी हटाए। वो मोदी पर स्ट्राइक करने में लगे हैं और ये मोदी आतंक पर स्ट्राइक करने में जुटा है।
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