आतंकी हमलों को मद्देनजर रखते हुए श्रीलंका सरकार ने बुर्का - नकाब समेत चेहरा ढकने वाली सभी चीजों पर लगाया बैन
पब्लिक स्टेटमेंट से आकाश सविता की रिपोर्ट
ईस्टर के दिन 21 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद श्रीलंका ने अभूतपूर्व कदम उठाते हुए वैसे सभी परिधानों, कपड़ों को बैन कर दिया है जिससे चेहरा ढका जाता है. श्रीलंका सरकार के इस फैसले का असर बुर्का और नकाब पहनने वाली महिलाओं पर भी पड़ेगा. रिपोर्ट्स के मुताबिक ये फैसला राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना ने लिया है. उन्होंने ट्विटर के जरिए सरकार के इस फैसले की जानकारी दी है.
श्रीलंका सरकार ने बताया, "चेहरा ढकने वाली ऐसी कोई भी चीज जिससे किसी शख्स के पहचान में दिक्कत होती उसे आपातकालीन प्रावधानों के तहत प्रतिबंधित किया जाता है, इस बावत राष्ट्रपति द्वारा फैसला लिया गया है." श्रीलंका सरकार का ये फैसला 29 अप्रैल यानी की आज से लागू हो गया है. श्रीलंका के राष्ट्रपति ने ट्वीट किया, "ऐसे किसी फेस मास्क के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाया जाता है जिससे कि किसी शख्स के पहचान में बाधा पैदा होती हो, ऐसे व्यक्ति राष्ट्रीय और पब्लिक सुरक्षा के लिए खतरा हो सकते हैं, ये आदेश तुरंत प्रभाव से 29 अप्रैल से लागू होगा."
आतंक के खात्मे के लिए श्रीलंका सख्त, अवैध विदेशी मौलवियों को देश निकाला
आतंकी हमले के एक हफ्ते बाद श्रीलंका के राष्ट्रपति ने इस आदेश को जारी करते हुए कहा कि उन्होंने संविधान द्वारा दिए गए आपात अधिकारों का इस्तेमाल करते हुए ये फैसला लिया है. श्रीलंका के राष्ट्रपति कार्यालय द्वारा जारी बयान में कहा गया, "ये बैन राष्ट्रीय सुरक्षा स्थापित करने के उद्देश्य से लगाया गया है, किसी को भी अपना चेहरा नहीं ढकना चाहिए ताकि सुरक्षा एजेंसियों को उसकी पहचान में दिक्कत हो."
इस फैसले के साथ ही श्रीलंका सरकार एशिया, अफ्रीका और यूरोप में उन चंद देशों के समूह में शामिल हो गया है जिन्होंने आतंकी हमले को रोकने के लिए ऐसे कदम उठाए हैं.
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें