(विष्णु चंसौलिया की रिपोर्ट)26/04/19 शरारत पर उतारू भाजपा, आवारा जानवर मेरी रैली में भेज रही : मायावती
चौकीदार और ठोकीदार की सरकार को जनता हटाने वाली है : अखिलेश
सांसद ने विधायक को 12 जूतों की सलामी देकर दिखाये पार्टी के संस्कार
भीड़ से गदगद मायावती ने कहा कि यहाँ की अच्छी रिपोर्ट उन्हें मिल रही
एक मंच , दो रंग और तेवरों का अर्थ भी बिल्कुल करीब - करीब एक जैसा । इन्हें सुनकर आज भाजपा जरूर तिलमिलाई होगी । दोनों राष्ट्रीय अध्यक्षों ने प्रधान मंत्री और मुख्य मंत्री को जितना कुछ कह सकना था, वह कहा । यह शायद भीड़ के जोश का कमाल था । मायावती ने जहां मोदी को नकली और नौटंकीबाज कहा , वहीं अखिलेश ने मोदी को फेंकू और योगी को ठोकू कहकर उपहास किया । लोकोक्ति और मुहावरों का भी प्रयोग हुआ । राहुल का दिया हुआ नारा "चौकीदारी चोर है" का भी यहाँ बार - बार प्रयोग हुआ । नेताओं ने जब भी कोई ऐसी बात कही जो भीड़ को अच्छी लगती , वह तालियाँ बजाकर माहौल में उल्लास और जोश का भाव भर देती ।
गठबंधन ने रैली के लिए बड़ी चुनौती स्वीकार की थी। उसी मैदान को चुना गया जिस पर 2017 में प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी संबोधित करने आए थे । मैदान का क्षेत्रफल पहले जितना तो प्रयोग में नहीं लाया गया पर भीड़ के हिसाब से यह माना जा सकता है कि इस चुनाव की सबसे ज्यादा भीड़ आज की रैली में एकत्रित हुई । यह पूर्व की सभाओं से कई गुना ज्यादा थी । पहला मौका इस बात का भी रहा कि मायावती - अखिलेश को एक साथ मंच साझा करते हुए देखा तो दोनों पार्टियों के कार्यकर्ता भी हिले - मिले नजर आए ।
पहले बसपा प्रमुख मायावती बोलीं । पहला शब्द कार्यकर्ताओं की तपस्या पर था । बोलीं - जोश देखकर ऐसा लग रहा है कि यहाँ के लोग नमो - नमो की छुट्टी करने जा रहे हैं । इतना कहते ही पूरा परिसर तालियों और नारे के शोर से भर गया ।
मायावती की कई बातें पुरानी ही थीं। कुछ नया भी बोला । उन्होने कांग्रेस और भाजपा को निशाने पर रखा । कहाकि भाजपा और कांग्रेस की सरकारों की गलत नीतियों के कारण देश में बेरोजगारी , भुखमरी बढ़ी है । अंग्रेजों के बाद कांग्रेस का शासन रहा । कमजोरों , मेहनतकशों , बेरोजगारो की उपेक्षा होने से बुंदेलखंड वालों को अपनी रोटी - रोजी के लिए घर छोड़ना पड़ा । फिर वह भाजपा की ओर मुड़ीं । कहा भाजपा की नौटंकीबाजी - जुमलेबाजी अब काम नहीं आएगी । चौकीदारी का नाटक अब नहीं चलने वाला । अब ये कितनी भी पूजा - पाठ कर लें । गंगा मैया भी इनसे रूठी हुई हैं ।
उन्होने कहा कि भाजपा अब शरारत पर उतर आई है । जहां मेरी रैली होती है , वहाँ पर वह अपने आवारा जानवर छोड़ देती है । उन्होने मोदी को नकली पिछड़ा कहा । मोदी जब गुजरात के थे , तब उन्होने अपनी जाति को पिछड़ी में शामिल करा लिया । यह नकली कागज वाले पिछड़े हैं , जब कि मुलायम और अखिलेश असली पिछड़े हैं । बीजेपी एंड पार्टी गठबंधन बनने पर " खिसियानी बिल्ली - खंभा नोचे " वाली हालत में आकर इसके बारे में अनाप - शनाप बोले जा रहे हैं ।
अंत में मायावती ने कहा कि यदि हमारी सरकार बनी तो बुंदेलखंड का विशेष ध्यान रखा जाएगा ।
अब बारी सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की थी । स्वागत में पूरा पंडाल शोर से गूँज उठा । चेहरे पर मुस्कान लिए मंच पर आए अखिलेश ने तबीयत से मोदी - योगी पर व्यंग्य कसने चालू किए । भाषण के दौरान अखिलेश पहले से कहीं ज्यादा परिपक्व भी नजर आए । कहा कि बुंदेलखंड वीरों की धरती है और यहाँ के लोग वायदा खिलाफी कभी बर्दाश्त भी नहीं करते । प्रधान मंत्री अभी बांदा आए थे । पाँच साल का तो कोई हिसाब नहीं दे पाये । अब पेयजल के लिए अगले पाँच साल मांग रहे हैं । एक वह बाबा मुख्य मंत्री हैं । उनसे मिलने के लिए न जाने कौन - कौन पहुँच रहा है ? एक सांड उनसे मिलने कन्नोज आ रहा था । वह अपनी तकलीफ उन्हें बताना चाहता था । गल्ती से वह गलत हेलीपैड पर आ गया था । जब उसे पता चला तो वह चुपचाप लौट गया ।
उन्होने मोदी को फेंकू बताया । कहा कि एक चौकीदार है तो दूसरा ठोकीदार। संस्कार वाली पार्टी के एक सांसद ने अपने विधायक को 12 जूतों की सलामी दे डाली । इस लिए इन नक्कालों से जनता को सावधान रहना है । उन्होने कहा कि मायावती की पहल से ही यह गठबंधन हो सका । उन्होने मोदी पर चुटकी लेकर कहा कि वह प्रधानमंत्री से ज्यादा प्रचार मंत्री हैं । अंत में कार्यकर्ताओं से कहा ,कि वह पूरी ईमानदारी से गठबंधन धर्म का पालन करें । इसके पूर्व जालौन उम्मीदवार अजय सिंह पंकज , झाँसी के श्याम सुंदर पारीछा और हमीरपुर के प्रत्याशी दिलीप कुमार सिंह ने अखिलेश यादव और मायावती का पार्टी का चुनाव निशान देकर उनका सम्मान किया । बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चन्द्र मिश्रा तथा मायावती के भतीजे आकाश आनंद का भी स्वागत हुआ । मंच पर दोनों पार्टियों के कई प्रमुख पदाधिकारी भी मौजूद रहे ।
इस दौरान सपा की ओर से जिलाध्यक्ष वीरपाल सिंह यादव , पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष आनंद यादव , श्रीराम पाल , अकबर अली, दयाशंकर वर्मा , कप्तान सिंह राजपूत , डॉ अरुण महरोत्रा , सुरेन्द्र मौखरी , सुरेन्द्र बज़रिया , वीरेंद्र यादव , सोहराब खान, मो तारिक , मिर्जा साबिर बेग , भूपेन्द्र यादव , जय शंकर द्विवेदी , महेश सर, सिद्धार्थ यादव , सुखवीर यादव रामपुरा,बसपा की ओर से जिलाध्यक्ष परशुराम पाल , कमल दोहरे , बब्बू भदौरिया , विजय चौधरी , शैलेंद्र शिरोमणि , रफी उद्दीन पन्नू, हीरालाल राजपूत , डॉ ब्रजेश जाटव, रमन निषाद , रमेश उपाध्याय , सगीर अली, शहंशाह प्रमुख रूप से उपस्थित रहे
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