गुजरात में बनी दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ की दर्शक गैलरी में पहली ही बारिश में पानी घुस गया. इससे देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की 182 मीटर ऊंची प्रतिमा को देखने आए पर्यटकों का मजा किरकिरा हो गया. पर्यटकों ने फर्श पर पानी फैलने औक छत से पानी टपकने का फोटो सोशल मीडिया पर शेयर किया है.
पर्यटकों ने बताया दुर्भाग्यपूर्ण
न्यूज एजेंसी पीटीआई ने अधिकारियों के हवाल से अपनी एक रिपोर्ट में कहा है कि 135 मीटर ऊंची इस गैलरी के सामने ग्रिल लगी है, जिससे भारी बारिश के दौरान तेज हवा के साथ पानी घुस जाता है. वहीं, एक पर्यटक ने रिपोटर्स से कहा, “हम दुनिया की इस सबसे ऊंची प्रतिमा को देखने के लिए बड़ी आस के साथ आए थे. लेकिन हमें प्रतिमा को वर्षा में देख बहुत बुरा लग रहा है. अभी तो भारी वर्षा हुई भी नहीं है लेकिन मुख्य सभागार और दर्शक गैलरी में पानी भर गया है. यह दुर्भाग्यपूर्ण है.”
CEO आईके पटेल का बयान
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) आईके पटेल ने कहा, “गैलरी के खुले होने के कारण इसका फर्श पानी से भर जाता है. गैलरी को खुला रखने का उद्देश्य लोगों को प्राकृतिक रूप में वहां की प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लेने देने का था. पीछे की तरफ एक कांच लगा है और वहां कोई पानी इकट्ठा नहीं है.”
3000 करोड़ रुपये हुए खर्च
दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ का निर्माण लार्सन एंड टुर्बो कंपनी ने किया है. इसके रख-रखाव का जिम्मा भी इसी कंपनी के पास है. गुजरात में नर्मदा जिले के केवड़िया में 182 मीटर ऊंची सरदार पटेल की यह मूर्ति दुनिया में सबसे ऊंची प्रतिमा है. पीएम नरेंद्र मोदी ने 31 अक्टूबर, 2018 को इसका अनावरण किया था. इसे बनाने में लगभग 3000 करोड़ रुपये का खर्चा आया था.’
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