(पब्लिक स्टेटमेंट से आकाश सविता की रिपोर्ट)09/06/19
सियाचिन के तापमान से कौन वाकिफ नहीं है, चाहे पूरे भारत में कैसा भी तापमान रहे लेकिन यहां का मौसम हमेश से ही बर्फिला रहता है, तापमान इतना ठंडा होता है कि सामान्य जीवन जीना लगभग नामुकिन है। लेकिन इन विपरित परिस्थियों में भारतीय सेना देश की सुरक्षा के लिए हमेशा इस गलेशियर पर तैनात रहती है।
हालांकि हड्डीयां गला देने वाली ठंड में सेना को काफी सावधानियां बरतनी पड़ती है। अपने पहले भी कई मौकों पर सियाचिन या वहां तैनात सेना के संघर्ष से जुड़ी चीजे पड़ी होंगी या देखी होंगी।
सियाचिन दुनिया का सबसे ऊंचा रणक्षेत्र। यहां जवानों जिंदगी कितनी मुश्किल है कि इसका अंदाजा इसी से लगा सकते हैं। यहां जवानों के लिए आया खाना.जूस अंडे और टमाटर पत्थर बन जाते।
बता दें, हाल ही में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पदभार संभालने के दो दिन बाद दुनिया के सबसे ऊंचे युद्धक्षेत्र सियाचिन का दौरा किया और 12,000 फुट की ऊंचाई पर विषम परिस्थितियों में सीमा की रक्षा कर रहे जवानों से बातचीत की थी।
सेना प्रमुख जनरल विपिन रावत और उत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ रणबीर सिंह के साथ सियाचिन पहुंचे थे, सिंह ने जवानों की बहादुरी को सलाम किया था
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें