विष्णु चंसौलिया।
शिकायत से संबंधित अधिकारियों को समस्या निपटाने मे लापरवाही बरतने पर सख्त चेतावनी।
उरई (जालौन) माधौगढ़ सम्पूर्ण समाधान दिवस में जिलाधिकारी अपने पूरे तेवर में थे। हालांकि जन शिकायतों का निस्तारण पुराने ढर्रे पर ही था लेकिन कुछ गंभीर शिकायतों पर जिलाधिकारी ने अधीनस्थों के खिलाफ कड़ा रुख भी अख्तियार किया। मुकदमे की पत्रावली गायब होने की शिकायत पर जिलाधिकारी ने एसडीएम और तहसीलदार को कड़ी चेतावनी देते हुए मामले पर गंभीरता दिखाने का आदेश दिया। अन्यथा एफआईआर की कार्रवाई कराने की संभावना जता दी।
मुख्यमंत्री की मीटिंग के बाद पहली बार हुए संपूर्ण समाधान दिवस में अधिकारियों की शैली कुछ बदली बदली सी नजर आई। शिकायतों पर जल्द से जल्द कार्रवाई के निर्देश दिए गए मौसम अच्छा होने के बाद भी जिलाधिकारी के अध्यक्षता में हुए तहसील दिवस में महज 80 के लगभग शिकायतें आई जिनमें 7 का मौके पर निस्तारण कराया गया जबकि अन्य शिकायतों पर जल्द से जल्द निस्तारण के आदेश दिए गए।
समाधान दिवस में रामपुरा थाना की खूब शिकायतें आई। ब्रम्हावती निवासी रामपुरा व अजय बाबू निवासी जगम्मनपुर ने मुकदमा से संबंधित पत्रावली गायब होने की शिकायत की। जिस पर डीएम मन्नान अख्तर ने कड़ा रुख अपनाते हुए एसडीएम मनोज सागर और तहसीलदार कर्मवीर सिंह को कड़ी फटकार लगाते हुए तत्काल एफआईआर कराने के आदेश दिए। वहीं रामप्रताप सिंह पुत्र राजा सिंह निवासी रूद्रपुरा ने मनरेगा में कार्य किए जाने के बाद भुगतान न होने की शिकायत की तो सिकंदर सिंह पुत्र बृजलाल निवासी अमखेड़ा ने ट्यूबवेल पर विद्युतीकरण ना होने और गलत बिल भेजे जाने के मामले में शिकायत की।मनोज कुमार निवासी माधौगढ़ उत्तरी मालवीय नगर वार्ड नंबर 10 चितौरा रोड पर नल ना होने की शिकायत की है कि सरकारी हेडपंप ना होने के कारण मोहल्ले वासियों को पानी की भारी समस्या है मोहल्ले में एक नल लग जाए तो पानी से निजात मिल सकता है लल्लू राम पुत्र बैजनाथ निवासी विजदुवा ने लेखपाल से संबंधित शिकायत की। इस दौरान एसपी स्वामी प्रसाद सहित जिले के सभी अधिकारी मौजूद थे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें