*पब्लिक स्टेटमेंट से आकाश सविता की रिपोर्ट*
समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के बीच गठबंधन खत्म होने के बाद पूर्व सपा नेता *अमर सिंह* ने *अखिलेश यादव* पर चुटकी लेते हुए कहा, ‘अखिलेश का ये तो होना ही था. सजी सजाई थाली उनको विरासत में मिली थी. जिसमें बाप-चाचा का पसीना था. उससे बना राजनीतिक पकवान राजकुमार को मिला. राजकुमार ने खाया-फेंका और दुरुपयोग किया.
उन्होंने कहा, ‘बाप को बहादुर शाह ज़फ़र की तरह अंतिम सफर में छोड़ दिया. औरंगजेब की तरह उनका पद छीनकर कैद कर दिया और औरंगजेब की तरह ही चाचा शिवपाल और मुझे इस अपराध के लिए हटाया कि ये हमारे बाप का आदमी है.’
‘बुआ को इस कच्चे खिलाड़ी के बारे में पता चल गया. सारी मलाईदार सीटें बुआ ने ले ली और कमज़ोर बबुआ के लिए छोड़ दीं. लखनऊ में शत्रुघ्न का पूनम चमकाया जो अंधेरा हो गया, बनारस में एक सिपाही को उतारा जो पता ही नहीं चला कि वह है या नहीं.’
*‘भारतीय राजनीति के आधुनिक कालिदास’*
अमर सिंह ने कहा, ‘भारतीय राजनीति के आधुनिक कालिदास हैं अखिलेश. आम के गुठली को फेंका जाता है इसलिए मायावती ने अखिलेश को फेंक दिया. मुसलमानों को टिकट न दिया जाए यह अखिलेश कह सकता है. हमारी संवेदना एक बीमार, लाचार, बर्बाद मुलायम सिंह के साथ है. राजनेता मुलायम के साथ नहीं. बन्दर के हाथ में स्तूरा दिया है धृतराष्ट्र की तरह. अखिलेश एक फेल इंजीनियर हैं वो अपने एक सरदार दोस्त के साथ कनाडा भाग गए थे.’
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