(पब्लिक स्टेटमेंट से आकाश सविता की रिपोर्ट)02/06/19
उत्तराखंड के केदारनाथ की यात्रा पर आने वाले तीर्थ यात्रियों का आंकड़ा 21 दिनों में ढाई लाख से ज्यादा हो गया. इसके साथ ही केदारनाथ आने वाले यात्रियों की संख्या में हर दिन वृद्धि हो रही है.
केदारनाथ की यात्रा प्रशासन के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है. इस चुनौती का प्रशासन डटकर सामना कर रहा है. यात्रा में आये तीर्थयात्रियों की हरसंभव मदद की जा रही है. इस बार बर्फवारी और बारिश के कारण यात्रा में अड़चने पैदा हुई. इसके बावजूद प्रशासनिक अमला यात्रियों को सुविधाएं जुटाने में लगा है.
केदारनाथ के लिए नौ हेली सेवाओं का संचालन शुरू हो गया है. अब टिकट को लेकर परेशान तीर्थयात्रियों को राहत मिल गई है. इसके अलावा धाम में रहने व खाने के लिए गढ़वाल मण्डल विकास निगम ने एक दर्जन और टेंटो को लगाया है. मात्र 21 दिनों में केदार यात्रा का आंकड़ा ढाई लाख के पार पहुंच गया है.
शीतकाल में केदारनाथ धाम बर्फ से ढका रहता है, तो ग्रीष्मकाल में लगातार बारिश का सिलसिला जारी रहता है. भगवान भोले के इस दरबार में 2013 की आपदा के बाद से लगातार विकास कार्य किये जा रहे हैं. जिसको अमलीजामा पहनाने के साथ ही हर साल कपाट खुलने पर तीर्थयात्रियों के लिए उचित इंतजाम भी किए गए हैं.
पिछले साल सात लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने केदारनाथ में दर्शन किया था. यह आंकड़ा अब तक का सबसे बड़ा रिकार्ड रहा है. धाम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट पर भी कार्य किया जा रहा है.
इस दौरान गौरीकुंड से केदारनाथ यात्रा मार्ग को सुदृढ़ किया गया. साथ ही केदारनाथ में बर्फ हटाकर तीर्थयात्रियों के लिए रहने व खाने की उचित व्यवस्था की. इसके अलावा तीर्त यात्रियों की स्वास्थ्य सेवाओं का भी विशेष ध्यान रखा गया है.
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