विष्णु चंसौलिया।
उरई (जालौन)मानसूनी बरसात के बाद मुम्बई के डोंगरी इलाके में दीवार गिरने से दस लोगो की मौत हो गई है. इसी प्रकार जम्मू में भी दीवार ढहने से कई लोगों के मरने की खबरे दिल दहला देती हैं।सेना के भी कई जवान मलवे में दवकर जान गवा चुके हैं!!
तब अनायास ही ध्यान चला जाता है कोंच नगर के मध्य स्थित पुराने अस्पताल की उस दीवार पर जो अपनी नीव से पूरी तरह उखड़ चुकी है!इसको सहारा दे रहा है तो लकड़ी
बनी एक खिड़की,जिस दिन ज़रा सी तेज़ वारिश हुई तो ये दीवार भरभरा कर गिर पड़ेगी ।और इसके नीचे दवकर कई जिन्दिगियाँ अंतिम सांसै लेने को मजबूर हो जायेगी!
इसका एक बड़ा कारण दीवार के किनारे लगा हेड पम्प और पास में ही स्थित है डॉ आर. बी. जैन साहब का निजी अस्पताल जहाँ सैकड़ों मरीज़ों की भारी भीड़ लगी रहती हैं!
लोग यहां पीपल की छाया और नल का पानी लेने के लिए झुंड में खड़े दिखाई देते है!ये द्रश्याबली मैंने स्वयं देखी हैं,अतः जागरुकता की द्रष्टी से अनुरोध करना चाहूँगा नगरपालिका परिषद कोंच व कोंच प्रशासन और इस मोहल्ले के सभासद से कि,वो कोई हादसा होने से पूर्व इसे C2 लेवल की दीवार को गिरा दे या C1 लेवल पर ले जाकर इसकी नीव आधार को मज़बूती प्रदान करें ।जिससे समय रहते संभावित खतरे को रोका जा सके!अन्यथा कभी भी खिड़की टूटी और दीवार गिरी!!
कोंच के हर पल जागरूक रहने बाले उप -जिलाधिकारी महोदय को भी इस मामले को संज्ञान में लेने की
कृपा करनी चाहिये!!नही तो कभी भी कोई बहुत बड़ी घटना घटित हो सकती है।
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