(आकाश सविता की रिपोर्ट)08/07/19 सरकार द्वारा बनाया गया यमुना एक्सप्रेस-वे बना 'मौत का हाईवे',जून से अब तक करीब 50 लोगों की जान गई।
यूपी के यमुना एक्सप्रेस वे पर सोमवार सुबह करीब 4:30 बजे लखनऊ से दिल्ली आ रही यूपी रोडवेज की बस नाले में गिर गई. इस हादसे में 29 लोगों की मौत हुई है. यूपी में आगरा और ग्रेटर नोएडा को जोड़ने के लिए 2012 में तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा यमुना एक्सप्रेस वे का उद्घाटन किया गया था.
165 किमी लंबे इस एक्सप्रेस वे की लागत थी 128.39 अरब रुपये. इसे बनाने का मकसद था दिल्ली और आगरा के बीच की दूरी घटाकर कम समय में लोगों को आनंददायक सफर मुहैया कराना. लेकिन जैसे-जैसे समय बीता, यह एक्सप्रेस वे मौत का हाईवे बनता चला गया.
हालात यह हो गए हैं कि लगभग हर दिन ही इस हाईवे पर कोई न कोई अपनी जान गंवा रहा है. अब तक सामने आई सड़क हादसों की घटनाओं पर गौर करें तो सिर्फ 1 जून, 2019 से 8 जुलाई, 2019 के बीच ही इस हाईवे पर कई सड़क हादसे हो चुके हैं. इनमें करीब 50 लोगों की मौत हो चुकी है.
1. 1 जून को मथुरा जिले में नौहझील क्षेत्र में यमुना एक्सप्रेस-वे पर आगरा से ताजमहल घूमकर दिल्ली लौटते समय सड़क दुर्घटना में ब्राजील के दो पर्यटक सहित तीन व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गए थे.
2. 3 जून को मथुरा में बलदेव क्षेत्र के गांव बुर्ज सुखदेव के पास नोएडा से भिंड जा रही डबल डेकर बस अनियंत्रित होकर पटल गई थी. इस दुर्घटना में 4 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई थी, जबकि 2 दर्जन से ज्यादा लोग घायल हुए
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