(पब्लिक स्टेटमेंट न्यूज से आकाश सविता की रिपोर्ट)23/08/19 कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व केन्द्रीय *मंत्री जयराम रमेश* ने पीएम मोदी की जमकर सरहाना की है। वहीं उन्होंने अपनी ही पार्टी के नेताओं को एक बड़ी सलाह दी है। जयरान ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शासन का मॉडल 'पूरी तरह नकारात्मक गाथा' नहीं है और उनके काम के महत्व को स्वीकार नहीं करना और हर समय उन्हें खलनायक की तरह पेश करके कुछ हासिल नहीं होने वाला है।
जयराम आगाह किया है कि अगर आप हर समय पीएम मोदी को खलनायक की तरह पेश करने जा रहे हैं तो आप उनका मुकाबला नहीं कर पाएंगे। मनमोहन सिंह सरकार में ग्रामीण विकास और पेयजल और स्वच्छता मंत्रालय संभालने वाले रमेश ने स्पष्ट किया कि वह किसी से प्रधानमंत्री की सराहना या तारीफ करने के लिए नहीं कह रहे है बल्कि चाहते हैं कि राजनीतिक वर्ग कम से कम उन बातों को माने जो वह शासन में लेकर आए खासतौर से 'शासन के अर्थशास्त्र' के संदर्भ में।
रमेश ने कहा है कि यह वक्त है कि हम मोदी के काम और 2014 से 2019 के बीच उन्होंने जो किया उसके महत्व को समझे, जिसके कारण वह सत्ता में लौटे। इसी के कारण 30 प्रतिशत मतदाताओं ने उनकी सत्ता वापसी करवाई। लोकसभा चुनाव 2019 में भाजपा को 37.4 प्रतिशत वोट मिले जबकि एनडीए को कुल मिलाकर 45 प्रतिशत वोट हासिल हुए।
पूर्व केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि जब शासन के अर्थशास्त्र की बात आती है तो मोदी के शासन का मॉडल पूरी तरह से नकारात्मक गाथा नहीं है, शासन की राजनीति पूरी तरह अलग है। उन्होंने यह भी कहा कि उनके शासन मॉडल से जिस प्रकार के सामाजिक संबंध सृजित हुए हैं वे भी पूर्णत: भिन्न हैं। अपनी बात को साबित करने के लिए रमेश ने प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (पीएमयूजे) का उदाहरण दिया कि वह कैसे प्रधानमंत्री के लिए सफल साबित हुई।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें