(पब्लिक स्टेटमेंट न्यूज)21/08/19 अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जिस तरह से कश्मीर मुद्दे पर भारत-पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता की बात कही और हाल ही में पीएम मोदी ने उनसे फोन पर कश्मीर मसले पर बात की उसपर एआईएमआईएम के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी ने नाराजगी जाहिर की है। दरअसल जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 को खत्म किए जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्रंप से सोमवार को फोन पर बात की थी, जिसमे उन्होंने आर्टिकल 370 को खत्म किए जाने के बाद क्षेत्रीय विकास पर चर्चा की। पीएम की इस बातचीत के बाद ओवैसी ने कहा कि कश्मीर मुद्दे पर आखिर अमेरिका के राष्ट्रपति से बात करने की क्या जरूरत है।
*पीएम मोदी ने की पुष्टि*
इस पूरे मुद्दे पर अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए ओवैसी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बात की पुष्टि कर दी है कि उन्होंने ट्रंप के साथ कश्मीर मुद्दे पर पहले बात की थी। दरअसल ट्रंप ने दावा किया था कि पीएम मोदी ने उनसे कश्मीर मुद्दे पर मध्यस्थता करने को कहा था, जिसे भारत की ओर से साफ तौर पर खारिज कर दिया गया था। लेकिन ओवैसी ने कहा कि पीएम मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति से इस मसले पर बात करके उनके दावे की पुष्टि की है।
ओवैसी ने कहा कि मैं बहुत ही आश्चर्यचकित और पीड़ा में हैं, कश्मीर मुद्दा द्वीपक्षीय मुद्दा है, ऐसे में अमेरिका के राष्ट्रपति से इस मसले पर क्यों बात की गई। पीएम मोदी के इस कदम ने इस बात की पुष्टि की है कि उन्होंने पहले भी इस मसले पर ट्रंप से मध्यस्थता करने को कहा था, जिसका खुद ट्रंप ने दावा किया था। यह द्वीपक्षीय मसला है, लिहाजा इसमे किसी भी तीसरे पक्ष को हस्तक्षेप की इजाजत नहीं होनी चाहिए। ओवैसी ने कहा कि क्या ट्रंप दुनिया की पुलिस हैं या कोई चौधरी हैं
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें