(विष्णु चंसौलिया की रिपोर्ट) 23/09/19 उरई (जालौन) दो दिन से चल रहे खराब मौसम से किसानों की चिंता बढ़ने लगी हैं। इस बार हो रही रुक-रुक कर बारिश से किसानों की खरीफ की फसल, धान, तिली, मूंग, ज्वार, बाजरा, उर्द की फसल तबााह हो रही है। यह क्षेत्र पिछले तीन-चार वर्षो से लगातार देवी आपदा का दंश झेल रहा है। एक हिस्सा बाढ़ से पीड़ित होकर उसकी कई हेक्टेयर भूमि में फसल नष्ट हो गई तो वही जहां बाढ़ का प्रकोप नहीं है उन क्षेत्रों में रुक-रुक कर हो रही बारिश से उनकी खरीफ की फसल नष्ट होने की कगार पर पहुंच गई है। किसान जंगबहादुर सिंह भगवानपुरा बताते हैं।कि इस बार के मौसम से सर्वाधिक नुकसान तिलहन की फसल पर है। तो वहीं क्रष्णमुरारी तिवारी मींगनीं कहते हैं।
कि किसानों की तिली अब कटाई के लिए तैयार हो रही थी पानी बरसने से यह उसमें पडने वाला दाना खराब होने की प्रबल संभावना है तो वहीं इसकी पैदावार भी कम होगी। रामनरेश समाधिया सुलतानपुरा कहते हैं कि इस क्षेत्र का किसान पिछले तीन चार वर्षों से लगातार देवी आपदा का दंश झेल रहा है। इस बार के मौसम से तिली की फसल पूर्ण रूप से खराब हो रही है। तो वहीं धान की फसल की पैदावार में भी कमी आने की संभावना बनी हुई है।फिलहाल कुछ भी कहा जाए इस समय अन्नदाता बुरी तरह से हैरान और परेशान है।पहले वह अन्ना गायों की रखवाली करने के लिए दिन रात एक किए था।अपनीं नींद को खोकर फसलों की रखवाली कर रहा था।वहीं वह पहले से ही प्रक्रति का दंश झेल रहा था।किसान की हालत विल्कुल नाजुक हो गई है।
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