(पब्लिक स्टेटमेंट न्यूज से खास रिपोर्ट)13/10/2019 कानपुर जैसा कि हम आपको बता चुके हैं कानपुर शुतरखाना छावनी और घंटाघर स्थित होटलों में बिना आईडी के रूम प्रोवाइट किए जा रहे हैं इसमें लड़के और लड़कियो की कोई भी आईडी चेक नहीं की जाती है।जहां पर लड़कियां मुंह बांधकर आती है और उस मुंह बंधे कपड़े के अंदर लड़की है या लड़का इसका कौन परमाण देगा इंटरपोल की माने तो धारा 370 हटाने के बाद देश में आतंकवादी साजिशें बढ़ती जा रही है हर शहर में कुछ ना कुछ सुनने को मिलता है इन आतंकवादियों को रहने को कमरा कौन देता है
यह आतंकवादी कहां छिपते हैं इसका कोई पता नहीं जैसा की अभी कुछ महीने पहले सीबीआई वाले घंटाघर होटल से चार संदिग्ध लोगों को पकड़ कर ले गए थे इनको होटल कैसे दिया गया केवल पैसे का खेल था, दूसरा बिंदु मुंह ढके हुए आदमी का औरत का कोई भी चेहरा पहचान नहीं सकता है उसी ढके हुए चेहरे की वजह से जाने कितनी लड़कियों की इज्जत से खिलवाड़ हुआ करता है।क्षेत्रवासियों का कहना है नाबालिक लड़कियां भी सुबह स्कूल गोल करके नाबालिग लड़कियों का अपना भविष्य के साथ खिलवाड़ हुआ करता है अब सोचने वाली बात है कि ओर प्रशासन का ध्यान क्यों नहीं जाता आगे की खबरों में हम आपको बताएंगे कितने पैसे प्रति होटल का चार्ज जाता है जिम्मेदार व्यक्तियों के पास।
खबर NGO के माध्यम से।
यह आतंकवादी कहां छिपते हैं इसका कोई पता नहीं जैसा की अभी कुछ महीने पहले सीबीआई वाले घंटाघर होटल से चार संदिग्ध लोगों को पकड़ कर ले गए थे इनको होटल कैसे दिया गया केवल पैसे का खेल था, दूसरा बिंदु मुंह ढके हुए आदमी का औरत का कोई भी चेहरा पहचान नहीं सकता है उसी ढके हुए चेहरे की वजह से जाने कितनी लड़कियों की इज्जत से खिलवाड़ हुआ करता है।क्षेत्रवासियों का कहना है नाबालिक लड़कियां भी सुबह स्कूल गोल करके नाबालिग लड़कियों का अपना भविष्य के साथ खिलवाड़ हुआ करता है अब सोचने वाली बात है कि ओर प्रशासन का ध्यान क्यों नहीं जाता आगे की खबरों में हम आपको बताएंगे कितने पैसे प्रति होटल का चार्ज जाता है जिम्मेदार व्यक्तियों के पास।
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