(विष्णु चंंसौलिया की रिपोर्ट) 23/11/19 उरई। शाशन द्वारा सरकारी कार्यालयो में दलाल प्रथा पर लगाम लगाने के लिए सख्त निर्देश दिए गए हैं। वावजूद इसके इस प्रथा पर लगाम लगते नहीं दिखाई दे रही है। जिसकी बानगी एआरटीओ कार्यालय में देखने को मिलरही है। जहां कार्यरत बाबुओं के बगल में बैठकर दलाल अपने मन माफिक कार्य कर रहे है। इतना ही नहीं बाबुओं से सांठगांठ के चलते यह दलाल अपने दस्तावेजों में सरकारी मुहर भी थोक कर फर्जी हस्ताक्षर कर लेते हैं। ऐसे में एआरटीओ सोमलता यादव का कार्यालय को दलाल मुक्त करने का दावा हवा हवाई साबित हो रहा है। एआरटीओ सोमलता द्वारा दलालों पर लगाम लगाने के लिए परिसर में सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं। जिसकी निगरानी वह अपने चैम्बर में बैठ कर करतीं हैं। वावजूद इसके गुरुवार को कमरा नम्बर सात में एक बाबू के बगल में दलाल बैठकर कार्य करता हुआ दिखाई दिया। इतना ही नहीं परिसर के भीतर दलालों का प्रतिदिन जमघट लगता है। जिनपर जिम्मेदारों की नजर ही नहीं पड़ती। कार्यालय में तैनात कर्मचारी ही अपनी आमदनी के लिए दलालो को छूट दिए हुए हैं।जो कि उन्हें अपने चैम्बर में बैठाकर मनमाफिक कार्य करने का प्रोत्साहन दिए हुए है। जिससे दलालों के हौसले बुलंद हैं और दलाली प्रथा पर रोक नहीं लग पा रही है।
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