(विष्णु चंसौलिया की रिपोर्ट) 12/11/19 भक्तजनों ने नदी मे नहाने के उपरान्त की पूजा,अर्चना व गरीबो को दिया दान
उरई ।कार्तिक पूर्णमा के पावन पर्व पर पवित्र यमुना नदी के विभिन्न घाटों पर श्रध्दालुओं व भक्तजनों व माताओं,बहिनों ने आस्था की डुबकी लगायी तथा यमुना मैया की आरती की तथा मन्दिर में पूजा, अर्चना कर गरीबो को दान दिया ! तथा सुरक्षा के लिए प्रत्येक घाट पर पुलिस जवान तैनात रहे।
स्कन्द पुराण के अनुसार जो प्राणी कार्तिक मास में प्रति दिन सूर्योदय से पहले स्नान करता है तो उसके सभी दोष समाप्त हो जाते है ! तथा दुर्गुणों का नाश हो जाता है ! कार्तिक मास की पूर्णमा को त्रिपुरी पूर्णमा या गंगा स्ऩान के नाम से जाना जाता है ! इस दिन गंगा या पवित्र नदी में स्नान करने से पूरे वर्ष गंगा स्नान करने का फल मिलता है ! इसी पुण्य की प्राप्ति को लेकर नगर व गॉवों की महिलायें पूरे कार्तिक मास प्रति दिन प्राताकाल पवित्र यमुना नदी व गंगा नदी व तालाबो मे स्नान करती तथा मन्दिर मे पूजा अर्चना करती है ! आज मंगलवार को नगर व ग्रामीण क्षेत्र से आयी महिलाओ, बहिनों व भक्तजनों व श्रद्धालुओं सहित भारी संख्या में लोगों ने कालपी की पवित्र यमुना नदी के किलेघाट,पीलाघाट,बाईघाट, व्यास घाट,ढोडेश्वर घाटों में आस्था की डुबकी लगायी तथा यमुना मे दीप दान किया तथा मन्दिर मे पूजा अर्चना कर गरीबो को दान दिया।
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