विष्णु चंसौलिया।
उरई।कालपी बाईपास के ओवरब्रिज निर्माण कार्य मे हीलाहवाली तथा रोज-रोज लगने वाले वाहनों के जाम से त्रस्त हो गई। यही स्थिति बुधवार की रात से गुरुवार की देर रात तक बनी रही। जिससें वाहनों में बैठी सवारियां भूख और प्यास से तड़प उठी। पुलिस की काफी मशक्कत के बाद भी जाम नही खुल सका।
बीते दो दशकों से कालपी बाईपास का निर्माण कार्य लटका हुआ था। बीते डेढ़ साल से राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की कार्यदायी संस्था नागार्जुन कंस्ट्रक्शन कंपनी हैदराबाद, ओ.बी.आई.एल कंपनी तथा मित्तल कंस्ट्रक्शन कंपनी लखनऊ के द्वारा 45 करोड़ की लागत से ओवरब्रिज एवं सर्विस लेन का निर्माण कार्य कराया जा रहा है। सूत्र बताते हैं कि ठेकेदार कंपनी के पास संसाधनों, मशीनरी तथा निर्माण सामग्री का अभाव बना रहता है। कई बार सीमेंट तथा सरिये का स्टॉक भी खत्म हो जाने की वजह से कई दिनों तक निर्माण कार्य बाधित रह चुका है। काम के रुकने की वजह से निर्धारित अवधि 28 फरवरी 2020 तक निर्माण कार्य नहीं निपट पाया। इधर हाईवे का निर्माण कार्य बार-बार रुक जाने से राष्ट्रीय राजमार्ग कालपी में आये दिन वाहनों का लंबा जाम लग जाता है। दोनों ओर रोज 5-5 किमी. लंबे जाम से वाहन आपरेटर जूझते रहते हैं। वही वाहनों में बैठी सवारियां, बच्चे तथा महिलाएं भूख प्यास से तड़प उठती है। बुधवार की रात से गुरुवार की देर रात जाम की स्थिति बनी रही। पुलिस की काफी मशक्कत के बाद भी जाम नही खुल सका। गुरुवार की दिन में यह स्थिति थी कि चौरा से जोल्हूपुर तक 5 किमी. लम्बा जाम लगा रहा। जिससे वाहनों की लंबी कतारें लग गई।मुख्य कार्यदायी संस्था नागार्जुन कंस्ट्रक्शन कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर जी.गणेशन, जनसम्पर्क अधिकारी डी.एन.त्रिपाठी तथा इंजीनियर प्रभाकरन ने कार्य स्थल का निरीक्षण किया धीमी गति से हो रहे निर्माण पर अंसंतोष जाहिर करते हुए जल्द पूरा करने के लिए हिदायत दी गई।
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