राजन बाजपेई की रिपोर्ट
पाली , हरदोई वैश्विक महामारी बन चुके कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए देश के कई राज्य पूरी तरह लॉक डाउन कर दिए गए। परिवहन सेवाओं पर भी रोक लगा दी गई। लेकिन बाबजूद इसके लोग कोरोना को अभी भी गम्भीरता से नहीं ले रहे। पाली थाना क्षेत्र में भरखनी-अल्हागंज मार्ग पर पुलिस ने एक डीसीएम को पकड़ा, जिसमें देश के अलग अलग जगहों के 43 लोग मौजूद थे, एक साथ इतने लोगों की मौजूदगी से प्रशासनिक अफसरों में हड़कम्प मच गया। आनन फानन डीसीएम के सभी यात्रियों को पाली के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया, जहां सभी की जांच हुई । हालांकि किसी में भी कोरोना के लक्षण नहीं मिले, जिसके बाद सभी को उनकी मंजिल की ओर भेज दिया गया।
पाली थानाध्यक्ष डीपी सिंह ने बताया कि भरखनी-अल्हागंज मार्ग पर पुलिस ने एक डीसीएम को पकड़ा, जिसके अंदर 43 यात्री मिले, यह सभी मल्लावां के मेहंदीपुर गांव जा रहे थे। पुलिस के मुताबिक दिल्ली के 28, गाजियाबाद के 2, नोएडा के 2, चंडीगढ़ के 3, महाराष्ट्र के 6 एवं गोवा का 1 यात्री मिला। इनमें 2 महिलाएं व 2 बच्चे भी थे। थानाध्यक्ष ने बताया कि यह लोग इन जगहों पर रहकर नौकरी एवं मजदूरी करते थे, कोरोना की बजह से हुए लॉक डाउन में यह सभी वहीं फंस गए थे। परिवहन सेवाएं बन्द होने से यह सभी यात्री नोएडा से इस डीसीएम में बैठकर आ रहे थे। पुलिस को इन लोगों ने बताया कि हम लोगों में से अधिकतर लोगों मोहम्मद आविद की बुआ के निधन हो जाने की बजह से वहां जा रहे थे। तीन लोग पाली के निजामपुर गांव के थे। पुलिस सभी डीसीएम यात्रियों को पाली के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर ले कर आई जहां इन सभी का पीएचसी के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ आनन्द शुक्ला और उनकी टीम ने जांच की। डॉ शुक्ला ने कहा कि सभी यात्रियों की जांच की गई, लेकिन उनमें कोरोना के लक्षण नहीं मिले, इसलिए सभी अपने-अपने घरों को भेज दिए गए।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें