विष्णु चंसौलिया।
उरई। दिल्ली से तीन दिन पहले पैदल चले युवक पुनीत ने बीती रात अपनी मंजिल प्राप्त कर ली।
रामपुरा थाना क्षेत्र के ग्राम मई निवासी पुनीत पुत्र वीरेंद्र अपने बुजुर्ग पिता के बूढे कंधों का सहारा बनने के लिए कुछ कर गुजरने की तमन्ना लेकर दिल्ली के बल्लभगढ़ इलाके में प्राइवेट फैक्ट्री में नौकरी करता है । लेकिन अचानक आयी कोरोना आपदा से फैक्ट्री बंद हो गई ,होटल बाजार बंद हो गए तो लाखों लोगों की तरह पुनीत पर भी खाने-पीने का संकट आ गया। भविष्य की चिंता कर पुनीत को अपना घर माता पिता याद आए और वह कंधे पर बैग तथा खाने-पीने का कुछ सामान साथ में लेकर पैदल ही दिल्ली से अपने घर की ओर चल पड़ा, रास्ते में कहीं वाहन की जुगाड़ बनी तो बैठ गया फिर पैदल चला इसी प्रकार 9 घंटे का सफर उसने 3 दिन में पूरा कर अपने गांव ग्राम मई की मंजिल प्राप्त कर ली। पुनीत ने बताया कि रास्ते में खाने-पीने तथा वाहन की बहुत किल्लत है , पुलिस भी परेशान कर रही है ।घर आकर अब वह सुकून महसूस कर रहा है।
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