दिनांक - 14/04/2020
पब्लिक स्टेटमेंट न्यूज से आकाश सविता की रिपोर्ट
सनातन धर्म में करीब एक महीने लंबे खरमास के बाद मांगलिक कार्यो की शुरुआत की परंपरा रही है। मंगलवार को खरमास के समाप्त होने के बाद मांगलिक कार्यो के लिए लग्न शुरू हो गया है, लेकिन इस साल कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए लागू लॉकडाउन के कारण इन मांगलिक कार्यो पर भी ‘लॉक’ लग गया है। शादी-ब्याह के इस मौसम में अब शादियों की तिथियां रद्द होने लगी हैं।
नवसंवत के उपरांत शहर व गांवों में अनेक शादियां होनी थीं। लॉकडाउन के कारण शहनाई पर ग्रहण लग गया है। अप्रैल, मई और जून महीनों में शादी-विवाह के काफी शुभ मुहूर्त हैं। शादी के लिए शराती-बराती दोनों पक्ष की ओर से तैयारियां भी पूरी हो गई थीं। लेकिन, लॉकडाउन के कारण अधिकांश शादियां टल गई हैं। लगता है, अब शरद ऋतु की लगन में ही शादियां होने की उम्मीद है।
सरकार ने पहले 14 अप्रैल तक लॉकडाउन की अवधि तय की थी। इससे लोगों को आशा थी कि स्थिति सामान्य होने पर किसी तरह शादी निपट जाएगी। लेकिन वायरस के बढ़ते प्रकोप के कारण अब लॉकडाउन तीन मई तक बढ़ा दी गई है। ऐसे में गर्मी में होने वाली अधिकांश शादियां टलने लगी हैं। साथ ही विवाह भवन, होटल, गेस्ट हाउस, हलवाई, सजावट, वाहन, ब्यूटीशियन आदि के आर्डर भी कैंसिल हो रहे हैं।
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