पब्लिक स्टेटमेंट के लिए विष्णु चंसौलिया की रिपोर्ट।
कालपी मे इस्लामिक विद्वानों तथा ईमामों की हुई मीटिंग
कालपी (जालौन) मंगलवार को प्रमुख धर्म स्थल दरगाह खानकाह मुहम्मदिया कालपी के सज्जादानशीन हजरत सय्यद गयासुद्दीन मियां के उदनपुरा आवास पर रमजान-उल-मुबारक के ताल्लुक से उल्मा व इमाम हजरात को बुलाकर बैठक सम्पन्न हुई।सज्जादानशीन ने कहा कि भारत सरकार के द्वारा 3 मई तक पूरे मुल्क में लॉकडाउन जारी है। और जल्द ही रमजान की आमद होने वाली है। लिहाजा नमाज़े तराबीह भीड़ की शक्ल में मस्जिद में अदा न करें। मुफ़्ती अशफाक बरकाती साहब ने कहा कि जिस तरह पांच वक़्तों की नमाज़े और जुमे के बदले ज़ुहर आप लोग अपने घरों में अदा कर रहे हैं। तो रमजान में नमाज़े तराबीह भी घरों में पढ़ें।
बड़ी मस्जिद के इमाम हाफिज इरशाद अशरफी ने कहा कि इंसानियत का सुबूत देते हुए और ऐसे मौके पर शरियत का जो हुक्म है उस पर सख्ती से अमल करें और नमाज़े तराबीह वही चंद लोग ही जमाअत के साथ मस्जिद में अदा करें जिसकी इजाजत दी गई है। और कोई भी ऐसी हरकत ना होने दें जिससे आपके मज़हब और आप पर उंगली उठे। इसके अलावा जो लोग हुकूमत की जानिब से आप की खिदमत व हिफाज़त के लिए लगाए गए हैं उनके साथ अच्छा अख़लाक़(बर्ताब) पेश करें किसी को तकलीफ न पहुंचाएं। इस मौके पर मौलाना तारिक बरकाती , हाजी अब्दुल मुजीब (अल्लामा) भी शामिल रहे।
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