पशु पक्षियों से लेकर इंसानों के लिए भोजन प्रबन्ध करने में जुटे पुलिसकर्मी
पाली(हरदोई)
एक ओर जब शासन की एडवाइज़री के बाद कोरोना वायरस के बचाव में लोग अपने घरों में सुरक्षित हैं।वहीं इस लॉक डाउन के मौके पर पशु पक्षियों को दाना पानी भी मिलना बन्द हो गया।जिसके चलते बेजुबान पशु पक्षियों का जीवन संकट में पड़ते देख पाली पुलिस प्रशासन के जवानों ने इंसानियत की अनूठी मिसाल पेश कर इंसानो से लेकर पशु पक्षियों को भोजन कराने में अपनी महती भूमिका निभा रहे हैं।जो बेहद सराहनीय कार्य है इसके लिए इन योद्धाओं की पूरे क्षेत्र में भूरि भूरि प्रसंसा हो रही है
आपको बता दे कि कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन में गरीब, निम्न व मध्यम वर्ग के लिए दो वक्त की रोटी का इंतजाम करना चुनौती भरा साबित हो रहा हैं। ऐसे में बेजुबान पशु पक्षियों की फिक्र कौन करें। बाज़ार और अन्य सार्वजनिक स्थान बन्द होने की बजह से पशुओं के लिए अब खाने की समस्या पैदा हो गई हैं, ऐसे में सामने आई एक तस्वीर सुकून देने वाली साबित हो रही हैं। पाली नगर से सटे भगवंतपुर ग्राम सभा में स्थित उप गल्ला मंडी में सैकड़ो बंदर इन समय डेरा डाले हैं, जो भूख प्यास से तड़प रहे हैं, लॉकडाउन में अपनी जान जोखिम में डालकर ड्यूटी कर रहे पाली थाने के उपनिरीक्षक मुकुल दुबे ने मंगलवार को वहां पहुंचकर इन सैकड़ो बेजुबान पशुओं को गुड़ और चना खिलाया, कई दिनों से भूखे प्यासे बन्दरों ने भी खूब छककर गुड़ और चना खाकर अपनी भूख मिटाई। एसआई ब्रजेश सिंह, कॉस्टेबल शिवकुमार और अंकुर ने भी बन्दरों को चना और गुड़ खिलाया। एसआई मुकुल दुबे ने बताया कि गरीब जरूरतमन्दों को तो सरकार के साथ साथ जनप्रतिनिधि, समाजसेवी, पुलिसकर्मी व अन्य संभ्रांत लोग मदद कर उनका सहारा बने हुए हैं, लेकिन इन बेजुवान पशुओं को उनका आहार नहीं मिल पा रहा जिससे वह अपनी भूख मिटा सकें। यही सोचकर उन्होंने आज बन्दरों को गुड़ और चना खिलाकर उनकी भूख मिटाई। उन्होंने लोगों से इस समय पशु पक्षियों का भी ध्यान रखने की अपील की। एसआई मुकुल दुबे ने आगे बताया कि वह पिछले कई दिनों से गाय और बन्दरों को गुड़ चना और अनाज खिला रहे हैं।
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