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शनिवार, 2 मई 2020

रात्रि में जिला वार्डर सीमा में रोके जाने से कामगारों का हंगामा

पब्लिक स्टेटमेंट के लिए विष्णु चंसौलिया की रिपोर्ट

पुलिस अधीक्षक तथा उच्च अधिकारियों ने समझा कर भेजा क्वारंटीन सेंटर

कालपी (जालौन)
गैर प्रांतों से आने वाले करीब एक हजार से अधिक श्रमिकों को जनपद वार्डर सीमा यमुना नदी पुल पर रोके जाने की वजह से रात भर पुलिस एवं प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारी परेशान रहें।पुलिस अधीक्षक डा.सतीश कुमार सहित उच्च अधिकारियों ने समझा बुझाकर रोके गये श्रमिकों को जनपद के विभिन्न क्वारंटीन सेंटरों में पहुँचाने के बाद हालत सामान्य हो सकी। 
प्राप्त जानकारी के अनुसार यमुना नदी के पुल में कानपुर देहात की भोगनीपुर थाना पुलिस तथा जालौन कालपी कोतवाली पुलिस की बॉर्डर सीमा ड्यूटी चल रही थी। जो हाइवे से गुजरने वाले लोगों की निगरानी कर रही है। रात करीब 9 बजे  10-12 वाहनों में  लगभग 300 गैर प्रदेश के श्रमिक  झांसी की ओर से बॉर्डर पर पहुंच गए। कानपुर देहात पुलिस ने सभी को रोक दिया। रोके जाने पर श्रमिक हंगामा काटने लगे। सूचना पर एसडीएम कौशल कुमार, सीओ राहुल पांडेय, कोतवाल मानिकचंद्र पटेल तथा ईओ सुशील कुमार दोहरे बॉर्डर पर पहुँचे एक जत्थे  के श्रमिकों को कालपी कालेज कालपी में ले आये। इसके बाद विभिन्न गाड़ियों से श्रमिक झांसी की ओर से आते रहे। वार्डर में रोके जाने से कामगारों ने हाइवे पर हंगामा शुरू कर दिया।पुलिस अधीक्षक, अपर जिलाधिकारी प्रमिल कुमार सिंह, उपजिलाधिकारी कौशल कुमार आदि अफसरों ने रात मे ही श्रमिकों को कदौरा, उरई, कोच, माधौगढ़, जालौन आदि स्थानों में क्वारंटीन करने के लिए भिजवा दिया गया।उपजिलाधिकारी कौशल कुमार ने बताया कि करीब 12 सौ कामगारों को जनपद के आधा दर्जन सेंटरो मे क्वारंटीन करने के लिए भेज दिया गया है। इस मशक्कत में पुलिस एवं प्रशासनिक अफसरों को रात 3 बजे तक जूझना पड़ा।

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