कार्यकाल समाप्त होने के बाद फिर सक्रीय हुआ घोटालेबाज़ सचिव,
कानपुर : योगी सरकार भले ही भ्रष्ट लोगो पर कड़ा प्रहार करते हुए कार्यवाही करती नज़र आ रही हैं लेकिन इसी सरकार के कुछ ऐसे अधिकारी हैं जो सरकार को बदनाम करने मे भी कोई कसर नही छोड़ रहे हैं ऐसा ही मामला हमारे प्रकाश मे आया जहा कानपुर नगर के बिनगवा श्रेत्र की सांस्कृतिक गृह निर्माण सहकारी समिति का हैं जिसका सचिव भगवान दास दीक्षित ने सहकारिता के उद्देश्य को ताक मे रखते हुए करोडो का घोटाला करते हुए समिति की भूमि जहानाबाद निवासी भूमफिया को बेच डाली | समिति के सदस्यो ने हमें विस्तार मे बताया की सचिव भगवान दास दीक्षित ने जब से समिति के सचिव का पदभार ग्रहण किया हैं तबसे उसका ध्यान मूल आवंटियो को प्लाट उपलब्ध कराना नही रहा बल्कि भूमफिया के साथ समिति की भूमि को सस्ते दामो मे बेच कर धन अर्जित कर अपना व्यक्तिगत लाभ पहुचाना रहा हैं उन्होने यह भी बताया की जब समिति का विवाद कानपुर विकास प्रधिकरण से चल रहा था तब समिति के सचिव भगवान दास दीक्षित ने कोई पैरवी करना उचित नही समझा और समिति का यह विवाद हल हो गया तो भ्रष्ट सचिव ने चुपचाप चुनाव कराकर एक भूमाफिया के साथ मिलकर करोडो की जमीन बेच डाली जिसकी तमाम शिकायत करी गयी थी लेकिन इस सचिव का गठजोड़ इतना तगड़ा था की सपा शासन काल मे इस पर कोई कार्यवाही करने की हिम्मत नही जुटा पाता था जिससे परेशान हो कर समिति के सदस्यो ने श्रेत्रीय विधायिक व उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री से मिलकर समिति मे हो रहे भ्रष्टाचार की शिकायत करी तो उन्होने शासन को पत्र लिखकर जांच के निर्देश दिये तो करोडो का घोटाला तो उजागर हुआ परन्तु समिति सचिव पर कोई भी कार्यवाही नही हुई और अब कार्यकाल समाप्त होने के बाद फिर चुनाव कराकर और बड़ा घोटाला करने की जुगत मे लगा हुआ हैं
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