कार्यक्रम संयोजक धर्मेंद्र कुमार सिंह ने जानकारी दी की हिंदी पखवाड़ा चल रहा है। इस अवसर पर साहवेस एवं सहयोगी संस्थाओं द्वारा अंग्रेजी की कैद में गुलाम हिंदी..आजाद होगी कब ? शीर्षक पर आधारित ऑनलाइन लेख एवं काव्य रचना का आयोजन किया गया था। जिसमें उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड सहित देश के अलग-अलग हिस्सों से 263 हिंदी प्रेमी साहित्यकारों/रचनाकारों ने हिस्सा लिया था। जिसमें कुशीनगर के उपेंद्र तिवारी का लेख सर्वश्रेष्ठ एवं फरीदाबाद (हरियाणा) की सोनल उमाकांत की रचना सर्वश्रेष्ठ रही।
प्रतियोगिता के सर्वश्रेष्ठ लेख को 2100 रुपये का नगद पारितोषक एवं प्रशस्ति पत्र और सर्वश्रेष्ठ काव्य रचना को 1100/- नगद पारितोषक और प्रशस्ति देने के साथ ही प्रतियोगिता के तमाम अन्य शहरों से श्रेष्ठ एवं सराहनीय लेखकों और रचनाकारों को आज श्री गणेश तिवारी जी के मुख्य आतिथ्य एवं डॉक्टर पूनम मदान जी के विशिष्ट आतिथ्य में आयोजित समारोह में सम्मानित किया गया और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया। कानपुर शहर के जिन प्रतिभागियों को श्रेष्ठ लेखन एवं रचना के लिए सम्मानित किया गया उनमें से आदित्य विक्रम श्रीवास्तव, शालिनी कुशवाहा, धर्मेंद्र त्रिवेदी, समीक्षा द्विवेदी, आयुषी गुप्ता, प्रशांत चौरसिया, अभिनव दीक्षित सहित कुल 12 प्रतिभागी थे।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से अतुल आक्रोश, सन्दीप तिवारी, संध्या सिंह, अंजली मौर्य, दीपचंद्र, पुष्पा, महमूद आदि उपस्थित रहे।
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