(पब्लिक स्टेटमेन्ट न्यूज़ )07/10/2020 कानपुर:- योगी सरकार भले ही भ्रष्टाचार पर कड़ा प्रहार कर उनकी कमर तोड़ने का प्रयास कर रही है लेकिन उनके विभाग में ही कुछ ऐसे विभीषण मौजूद जो सरकार को बदनाम करने में कोई कसर नही छोड़ रहे है कानपूर शहर के बिनगवां श्रेत्र में सहकारी आवास समिति के सचिव का कहना है न कोई खाता न कोई बही जो भगवान दास दीक्षित करे वो सब सही ऐसा हम इसलिए कह रहे है क्यों कि समिति के भ्रष्ट सचिव ने उंच्चाधिकारियों के आदेश को दरकिनार करते हुए क्रय -विक्रय के विषय में दिए गए आदेश को ताक में रख कर करोड़ो की जमीन एक भूमाफिया के इशारे पर बेच डाली जब कि समिति के मूल आवंटियों को आज तक उनकी जगह उपलब्ध नही करायी गयी । समिति के पुराने सदस्यों का कहना है भगवान दास दीक्षित ने सन 2014 में सहकारिता विभाग के कुछ अधिकारियों की मिलीभगत कर बीस वर्षों के बाद चुपचाप चुनाव कराकर इस बड़े घोटाले को अंजाम दिया है और कार्यभार सँभालने के बाद से उसका ध्यान सहकारिता के उद्देश्य को पूरा करना नही रहा है बल्कि भूमाफिया के साथ मिलकर चार करोड़ का घोटाला कर डाला । समिति के सदस्यों ने यह भी दावा किया है कि जब से इस भ्रष्ट सचिव ने कार्यभार संभाला है तबसे न तो कोई समिति की बैठक का कोई आयोजन किया और न ही मूल आवंटियों को प्लाट उपलब्ध कराने की कोई योजना बनायीं है
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