गुरुवार, 21 जनवरी 2021
किसान बिल के विरोध में हिस्सा लेने जा रहे उड़ीसा के किसानों को कानपुर में रोका#Public Statement
( आकाश सविता की रिपोर्ट 21 जनवरी 2020 कानपुर। किसान बिल के विरोध में आंदोलन में शामिल होने उड़ीसा के भुवनेश्वर से दिल्ली जा रहे किसानों को पुलिस व प्रशासन ने शहर की सीमा पर रोक दिया। लगभग पांच सौ किसान बसों से प्रयागराज होते हुए फतेहपुर सीमा से जनपद में प्रवेश कर रहे थे। किसानों ने आरोप लगाया कि यूपी में प्रवेश करते ही परेशान किया जा रहा है, नजरबंद करके प्रशासन दुर्व्यवहार कर रहा है।दिल्ली में आंदोलनरत संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्य व राष्ट्रीय संयोजक नवनिर्माण किसान संगठन उड़ीसा के राष्ट्रीय संयोजक अक्षय कुमार के नेतृत्व में आधा दर्जन बसों से लगभग पांच सौ किसान 15 जनवरी को भुवनेश्वर उड़ीसा से दिल्ली के लिए रवाना हुए थे। पश्चिम बंगाल, झारखंड, बिहार होते हुए किसानों ने बुधवार की दोपहर यूपी के चंदौली बार्डर पर प्रवेश किया।उड़ीसा से दिल्ली किसान दिल्ली चलो यात्रा के उत्तर प्रदेश प्रभारी हिमांशु तिवारी ने बताया कि हम लोगों को यूपी में प्रवेश करते ही परेशान किया जाने लगा। पुलिस व प्रशासन लगभग नजरबंद जैसे हालातों में किसानों को दिल्ली की तरफ नहीं बढ़ने दे रहा है। वाराणसी में तय कार्यक्रम स्थल पर तालाबंदी कराकर प्रशासन मनमानी पर उतारू है। हिमांशु तिवारी ने बताया कि बुधवार देर रात प्रयागराज होते हुए फतेहपुर से जब किसान कानपुर सीमा में प्रवेश कर रहे थे तो पुलिस व प्रशासन ने महाराजपुर में रोक लिया है। रूमा स्थित आचार्य रघुवीर इंटर काॅलेज में बसों को खड़ा कराकर किसानों के रुकने की व्यवस्था प्रशासन ने कराई है। हिमांशु तिवारी ने बताया कि गुरुवार दोपहर तक रूमा में ही प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक प्रस्तावित है। दोपहर में रामादेवी स्थित चौधरी चरण सिंह प्रतिमा पर माल्यार्पण का कार्यक्रम और उसके बाद गुमटी गुरुद्वारे में किसानों का स्वागत कार्यक्रम तय है। इसके बाद ही आगे के लिए निकलेंगे। किसान दिल्ली चलो यात्रा के प्रमुख अक्षय कुमार ने बताया कि सरकार से मांग है कि तीनों काले कानून रद्द करे। एमएसपी की गारंटी सरकार दे और किसान हित में कानून बनाए। यात्रा में लगभग तीस महिलाएं भी शामिल हैं।
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